भाजपा कार्यकर्ता जनता से मोदी के नाम पर मांग रहे वोट..
प्रत्याशी के काम-काजों से जनता है अनविज्ञ, मोदी को चेहरा बताकर प्रत्याशी को जीत दिलाने की कोशिश..
मोदी को साक्षात केदारनाथ कहने वाले भाजपा नेता का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल..
लोगों की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भाजपा प्रत्याशी ने बदला पैंतरा, सिम्पैथी को लेकर बना रही अब कैंसर का बहाना..
क्या ऐसा करने से जनता का बदलेगा मन, 10 मार्च को होगा तय..
रुद्रप्रयाग। सदियों से चला आ रहा है कि धर्म और राजनीति का बेहद ही गहरा संगम रहा है। राजनेताओं ने धर्म को हथियार बनाकर राजनीति में जीत हासिल की है। इस बार भी रुद्रप्रयाग और केदारनाथ विधानसभा में ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है। भाजपा के कार्यकर्ता जहां एक ओर पीएम मोदी को भगवान केदारनाथ का स्वरूप बता रहे हैं, वहीं मोदी को चेहरा बताकर वोट करने की अपील कर रहे हैं।
रुद्रप्रयाग विधानसभा में प्रत्याशी के काम-काजों की कोई बात नहीं की जा रही है, जबकि केदारनाथ विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी केदारनाथ में हुए काम-काजों के साथ ही सिम्पैथी वोट मिलने की भी बात कह रही है। वे कैंसर जैसी बीमारी को मात देकर लौटी हैं और इस बार उन्हें लगता है कि जनता उन पर जरूर भरोसा जतायेगी।
आगामी 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और चुनावों को लेकर भाजपा-कांग्रेस के साथ ही उक्रांद व आप पार्टी के अलावा अन्य दलों के प्रत्याशी जोर-आजमाइश में लगे हैं। जीत किसकी होगी, यह तो 10 मार्च को पता चल ही जायेगा, मगर जिस तरह से रुद्रप्रयाग और केदारनाथ विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ता राजनीति कर रहे हैं, उससे लगता है कि प्रत्याशियों की जनता के बीच कोई अस्तित्व नहीं है। रुद्रप्रयाग विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ता गांव और शहरों में पीएम मोदी के कार्यो को लेकर जनता को भ्रमित करने में लगे हैं।
लोगों से कहा जा रहा है कि उन्हें पीएम मोदी को वोट देना है, जबकि रुद्रप्रयाग विधानसभा में वर्तमान विधायक भाजपा से हैं और लगता है कि इन पांच सालों में विधायक के कार्यो से जनता शायद खुश नहीं है, जिस वजह से कार्यकर्ता मोदी का सहारा ले रहे हैं। जबकि विधायक की माने तो उन्होंने क्षेत्र में शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं पर काम किया गया है। अगर उन्होंने काम किया है तो जनता की जुबान पर उनका नाम क्यों नहीं आ रहा है, यह भी सवाल बन गया है। क्यों कार्यकर्ता पीएम मोदी को हथियार बना रहे हैं और वोट की अपील कर रहे है। लोगों से क्यों कहा जा रहा है कि वे मोदी को वोट करें।
पीएम मोदी अपने-आप में साक्षात भगवान केदारनाथ हैं और उन्होंने केदारनाथ धाम में बहुत से विकास किये हैं। वहीं केदारनाथ विधानसभा की बात की जाय तो यहां पर साफ तौर कार्यकर्ताओं और जनता के बीच जाकर पीएम मोदी को केदारनाथ का स्वरूप बताया जा रहा इै। वैसे भाजपा नेताओं का यह बयान सोशल मीडिया पर भी जमकर ट्रोल हो रहा है, जिसके बाद लोग कमेंटस के जरिये इस बयान पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रहे हैं।
ऐसे में भाजपा प्रत्याशी शैलारानी रावत ने पैंतरा बदलते हुए यह कहना शुरू कर दिया है कि केदारनाथ आपदा के बाद से वे क्षेत्र में काम कर रही हैं और इस दौरान उन्हें कैंसर जैसी बीमारी से भी जूझना पड़ा। जनता के आशीर्वाद से वे ठीक होकर लौटी हैं और इस बार उन्हें यह सहानुभूति जनता की ओर से मिलेगी।
भाजपा की ओर से जहां पीएम मोदी को हथियार बनाकर जनता से वोट खींचने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं कांग्रेस इस मुद्दे को ही हथियार बना रही है। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी रीति व नीति में पीएम मोदी के नाम पर वोट मांगना भी शामिल कर दिया है। कोई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यो के नाम पर वोट मांग रहा है तो कोई पीएम मोदी को ही केदारनाथ का स्वरूप बता रहा है। ऐसे में जनता से वोट मांगे जा रहे हैं। जो प्रत्याशी उठे हुए हैं वे अपने कार्यो के दम पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि गांव-गांव जाकर नरेन्द्र मोदी को वोट देने की अपील कर रहे हैं।
नरेन्द्र मोदी के नाम पर मांगे जा रहे वोट के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब जमकर वायरल हो रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता लोगों से कह रहे हैं कि पीएम मोदी ने उनके क्षेत्र में बहुत से कार्य करवायें हैं और अपनी नाकामी को छुपाया जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ता भी समझ चुके हैं कि जनता प्रत्याशी को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। ऐसे में पीएम मोदी का सहारा लिया जा रहा है।
केदारनाथ विधानसभा से पिछली बार दूसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी कुलदीप रावत ने कहा कि राजनीति में जात, पात, क्षेत्रवाद और धर्म बीच में नहीं आना चाहिए।
ये चीजें समाज को बांटने का काम करती हैं और क्षेत्र का विकास रूक जाता है। भाजपा कार्यकर्ता इन दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। प्रत्याशी को अपनी काबिलियत को जनता के सामने रखना चाहिए। सभी को मालूम है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सराहनीय कार्य कर रहे है, जो प्रशंसा के योग्य है। मगर केदारनाथ विधानसभा के बावई, चिलौंड, तोषी जैसे पिछड़े गांवों से मोदी का क्या मतलब है। इनकी समस्या को स्थानीय प्रतिनिधि ही समझ सकता है।