बैंक प्रबंधकों से ग्राहकों की मदद करने की अपील..
पुलिस उपाधीक्षक ने ली बैंक प्रबंधकों की बैठक..
रुद्रप्रयाग। बढ़ते साइबर अपराधों पर लगाम लगाने को लेकर पुलिस ने बैंक प्रबन्धकों के साथ बैठक का आयोजन किया, जिसमें साइबर अपराध से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैकों परिसर में टेलीविजन पर जागरूकता संबंधी कार्यक्रम चलाकर लोगों को जागरूक करने की अपील भी की गई है। ताकि भविष्य में होने वाली घटनाओं के प्रति ग्राहक जागरूक हो सके।
पुलिस कार्यालय रुद्रप्रयाग में आयोजित गोष्ठी पुलिस के साइबर नोडल अधिकारी सीओ अनिल मनराल की अध्यक्षता में हुई। इस अवसर पर बैंकों के प्रतिनिधियों को बताया गया कि जो भी ग्राहक होते हैं, उन्हीं की वजह से बैंकों का संचालन होता है। यदि उनके साथ किसी भी प्रकार की ठगी जाने या अनजाने में हो जाती है, तो बैंक का कर्तव्य भी बनता है कि वह उनकी मदद अवश्य करें। यदि भविष्य में पीड़ित व्यक्ति की सहायता के दृष्टिगत कुछ डिटेल्स मांगी जाती हैं, तो ऐसी डिटेल्स तत्काल उपलब्ध कराई जाए।
ताकि पीड़ित व्यक्ति का नुकसान कम से कम हो सके। यदि समय रहते शिकायत प्राप्त हुई, और इस पर पुलिस व बैंक स्तर से कार्यवाही हो जाए, तो पीड़ित के पैंसे किसी अन्य खाते में स्थानान्तरित हुए हैं, तो ऐसी दशा में उसके पैसे वापस आने की संभावना बनी रहती है। सीओ ने बताया कि एटीएम में नियमित रूप से सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए जाने की अपेक्षा भी की गई। बताया कि ग्राहक को किसी न किसी काम से बैंक तक आना ही पड़ता है।
ऐसे लोगों के लिए बैंक परिसर में लगे टेलीविजन पर जागरुकता संबंधी कार्यक्रम प्रसारित किए जाने की अपेक्षा की गई। इस अवसर पर प्रभारी साइबर सैल होशियार सिंह पंखोली, कांस्टेबल राकेश व दीपक तथा एसबीआई, कृषि विकास शाखा, पंजाब नेशनल बैंक, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक, डीसीबी, आईडीबीआई, यूको, एचडीएफसी, एक्सिस, इलाहाबाद बैंक, नैनीताल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इण्डिया समेत कई बैंक प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
