उत्तराखंड

अब पशुओं को शाम छह बजे के बाद भी मिलेगा आकस्मिक उपचार..

अब पशुओं को शाम छह बजे के बाद भी मिलेगा आकस्मिक उपचार..

पशुपालन मंत्री ने दिए सख्त निर्देश..

 

 

उत्तराखंड: प्रदेश में पशुओं को अब शाम छह बजे के बाद भी आकस्मिक उपचार मिलेगा। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मोबाइल वैटनरी यूनिट के कॉल सेंटर का औचक निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को इसके निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव वित्त आनंदबर्द्धन की ओर से प्रशिक्षण पाठ्यक्रम जारी किया गया है। बता दे कि अभी तक उत्तराखंड वित्त सेवा संवर्ग के अफसरों के लिए भर्ती के समय ही नौ माह का प्रशिक्षण कोर्स होता था। चूंकि वित्त क्षेत्र में भी निरंतर नए बदलाव आते रहे हैं। लिहाजा, सरकार ने वित्त सेवा संवर्ग में भी सेवाकाल में प्रशिक्षण का प्रावधान किया। इस हिसाब से वित्त विभाग ने पाठ्यक्रम तैयार कर दिया है।

विभागीय मंत्री का कहना हैं कि पशुपालकों की समस्याओं का निपटारा न करने वाले अधिकारियों को चेतावनी नोटिस जारी किया जाएगा। पशुपालन मंत्री ने मोथरोवाला स्थित मोबाइल वैटनरी यूनिट (1962) के कॉल सेंटर और प्रशासनिक भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विभागीय मंत्री ने पौड़ी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली, अल्मोड़ा, नैनीताल के विभिन्न पशुपालकों से मोबाइल वैटनरी सेवा के संबंध में जानकारी ली।

पौड़ी के गजपाल, अल्मोड़ा के उमेश सिंह, रुद्रप्रयाग के वासुदेव व रचना, बागेश्वर के लक्ष्मण सिंह और नैनीताल के देवेंद्र ने विभागीय सेवा के बारे में बताया। पशुपालक वासुदेव ने कहा कि घर के पास रास्ता बंद होने से 1962 चिकित्सा टीम नहीं पहुंची। जोशीमठ के पशुपालक लक्की नेगी ने कहा कि रात के समय आपातकालीन सेवा मुहैया नहीं हो पा रही है। इस पर मंत्री ने निदेशक नीरज सिंघल को पशुओं के इलाज के लिए टीम भेजने के निर्देश दिए। उधर, पशुपालन विभाग के निदेशक नीरज सिंघल का कहना हैं कि कॉल सेंटर को यदि शाम छह बजे के बाद किसी पशु के घायल होने या फिर किसी अन्य आकस्मिक सेवा के लिए सूचना मिलती है, तो ऐसे में चिकित्सा टीम को मौके पर भेजकर उपचार किया जाएगा।

 

 

 

 

 

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