पेड़ों पर अटकी खाई में लुढ़की कार, जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे पांच दोस्त..
रुद्रप्रयाग की दुर्गम सड़क पर कार चलाना सीख रहे युवक और उसके चार दोस्तों की जान चीड़ के पेड़ों ने बचा ली। स्टेयरिंग गलत दिशा में घूमने से कार खाई में लुढ़क गई। नीचे लुढ़कती कार पेड़ों पर जाकर अटक गई। एक घंटे तक कार में सवार पांचों युवा जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे।
उत्तराखंड: रुद्रप्रयाग की दुर्गम सड़क पर कार चलाना सीख रहे युवक और उसके चार दोस्तों की जान चीड़ के पेड़ों ने बचा ली। स्टेयरिंग गलत दिशा में घूमने से कार खाई में लुढ़क गई। नीचे लुढ़कती कार पेड़ों पर जाकर अटक गई। एक घंटे तक कार में सवार पांचों युवा जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे। प्रशासन की टीम ने उन्हें खाई से निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। दो युवक गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
तडांग गांव निवासी मनजीत सिंह ने कुछ दिन पहले ही कार खरीदी थी। वह अपने चार दोस्तों के साथ कार चलाना सीखा रहा था। बुधवार दोपहर वह चार दोस्तों के साथ रुद्रप्रयाग पहुंचा। वापसी में करीब 12:30 बजे थलासू के समीप कार अनियंत्रित होकर खाई में लुढ़क गई और चीड़ के दो पेड़ों पर अटक गई। शुक्र रहा कि खाई सीधे नीचे गहरी खाई में नहीं गिरी। कार उसका दोस्त अमन नेगी चला रहा था। बताया जा रहा है कि उसने एक मोड़ पर स्टेयरिंग गलत दिशा में घुमा दिया।
हादसे की सूचना मिलते ही जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार डीडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने सबसे पहले पेड़ों पर अटकी कार को रस्सों के सहारे सुरक्षित किया। इसके बाद कार में सवार अरविंद नेगी (35), पंकज नेगी (22), अमन, मनजीत और राहुल नेगी (25) को बाहर निकालकर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया।
प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज बडोनी का कहना हैं कि सिर पर गहरी चोट के चलते अरविंद नेगी व हाथ पर फ्रैक्चर को लेकर मनजीत को बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर किया गया है। बाकी सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। तड़ाग गांव को जोड़ने वाला चोपता-उर्खोली-तड़ाग मोटर मार्ग बहुत खतरनाक है। संकरा होने के साथ ही मार्ग पर कई तीखे मोड़ हैं।