उत्तराखंड

कुरझण में कभी भी जमीदोज हो सकते हैं आवासीय भवन..

डर के साये में रह रहे ग्रामीणों ने खाली किये घर..

सड़क निर्माण में बरती गई अनियमितताओं का खामियाजा भुगत रहे हैं ग्रामीण..

रुद्रप्रयाग:  अतिवृष्टि के चलते तल्लानागपुर क्षेत्र का कुरझण गांव खतरे की जद में आ गया है। ऐसे में स्थानीय लोग भय के साये में जीने को मजबूर हैं। वहीं कुरझण गांव को जोड़ने वाली सड़क भी बाधित होने से कई वाहन फंस गए हैं। कुरझण गांव को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण से गांव का अस्तित्व खतरे में आ गया है। ग्रामीण हरीश लाल, प्रियधर पुरोहित, श्याम लाल का आवासीय भवन कभी भी जमींदोज हो सकता है। इनके आवासीय भवनों की सुरक्षा दीवार ढह गई है।

 

इसके साथ ही दीवानी लाल, अगवानी लाल, सुबोध कुंजवाल, भवानी लाल, बलदेव आर्य, राजू लाल, चंद्रप्रकाश सहित अन्य लोगों के आवासीय मकान भी खतरे में हैं। स्थिति यह है कि प्रभावित परिवारों ने अपने घर खाली कर दिए हैं। वहीं क्वीली गांव के रानीखेत तोक में भारी बारिश से रजनीश कुमार, रविन्द्र लाल, जसवीर लाल, दीपक लाल के घरों को भी खतरा हो गया है। इसी गांव की सुमेधा देवी की गौशाला को भी गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

आपदा से प्रभावित गांव का जायजा लेने पहुँचे उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी और ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी ने कहा कि कुरझण सड़क निर्माण में घटिया निर्माण कार्य के चलते आवासीय भवनों खतरा पैदा हो गया है। जल्द सुरक्षात्मक उपाय नहीं किये गए तो आवासीय मकान ढह सकते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क की सुरक्षा दीवार निर्माण में अनियमितताएं बरती गई हैं। जिसका खामियाजा स्थानीय जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को रहने के लिए टेंट उपलब्ध कराए जाएं और सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य जल्द शुरू किया जाय। इसके साथ ही बाधित सड़क को जल्द खोला जाय।

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