उत्तराखंड

देहरादून में उड्डयन मंत्रियों का जमावड़ा, केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा- उड़ान योजना से बदल रही देश की तस्वीर..

देहरादून में उड्डयन मंत्रियों का जमावड़ा, केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा- उड़ान योजना से बदल रही देश की तस्वीर..

 

उत्तराखंड: राजधानी देहरादून में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय राज्यों के नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य देश के हर क्षेत्र को हवाई सेवा से जोड़ना है। इसके लिए केंद्र सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर और क्षमता विकास पर लगातार काम कर रही है, जिसमें राज्य सरकारों की भूमिका भी अहम है। उन्होंने कहा कि ‘उड़ान योजना’ (UDAN Scheme) के तहत हवाई यात्रा को सुलभ, किफायती और सर्वसुलभ बनाया गया है। अब तक देशभर के कई छोटे शहरों और पिछड़े क्षेत्रों को हवाई मार्ग से जोड़ा जा चुका है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तर भारत के राज्यों के पास पर्यटन, व्यापार और हेल्थ केयर ट्रैवल के बड़े अवसर हैं, और बेहतर एयर कनेक्टिविटी से इन क्षेत्रों में जबरदस्त विकास संभव है। देश के हर कोने को एयर नेटवर्क से जोड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों का मिलकर काम करना जरूरी है। यह न केवल सुविधा बढ़ाता है, बल्कि आर्थिक विकास का इंजन भी है। सम्मेलन में उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई राज्यों के नागरिक उड्डयन मंत्री व अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में एयर स्ट्रिप्स के विकास, नए एयरपोर्ट्स, हेलिपैड्स और ड्रोन सेवाओं को लेकर भी चर्चा हुई।

देहरादून में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना 2.0 के तहत अब देश के अधिक से अधिक क्षेत्रों को हवाई संपर्क से जोड़ा जा रहा है, जिससे चार करोड़ से अधिक यात्रियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार की रणनीति न केवल हवाई यात्रा को सुलभ बनाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। नायडू ने जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश के नोएडा के जेवर में बन रहा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश की एयर कनेक्टिविटी का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। इस परियोजना से 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। 5 लाख लोगों को एयरपोर्ट निर्माण के दौरान ही रोजगार मिलेगा। 500 एकड़ क्षेत्रफल वाले एयरपोर्ट की क्षमता 70,000 से 1 लाख लोगों को रोजगार देने की होती है उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट न केवल उत्तर भारत बल्कि पूरे देश के एविएशन इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देगा और यह क्षेत्र विकास, पर्यटन, लॉजिस्टिक्स और निवेश का प्रमुख केंद्र बन जाएगा।

उड़ान योजना से एयर कनेक्टिविटी में क्रांति आई..

सीएम धामी ने कहा कि पर्वतीय राज्यों की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए हवाई सेवा संचालन, बुनियादी ढांचे पर सब्सिडी और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए विशेष नीति और सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि एक “पर्वतीय विमानन ढांचा” तैयार किया जाए, जिससे उत्तराखंड जैसे राज्यों के दूरस्थ क्षेत्रों को हेलीकॉप्टर सेवाओं के माध्यम से प्रभावी ढंग से जोड़ा जा सके। सीएम ने कहा कि उड़ान योजना के कारण उत्तराखंड में एयर कनेक्टिविटी में एक प्रकार की क्रांति आई है। पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर जैसे दुर्गम क्षेत्रों में एयर कनेक्टिविटी विकसित हो रही है, जिससे न केवल स्थानीय नागरिकों को राहत मिली है बल्कि आपदा प्रबंधन, पर्यटन और व्यापार को भी गति मिली है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, पर्यटन विकास और रोजगार को सशक्त बनाने में हवाई सेवाओं की मदद मिल रही है। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, हरियाणा के नागरिक उड्डयन एवं राजस्व मंत्री विपुल गोयल, राजस्थान के नागरिक उड्डयन मंत्री गौतम कुमार दास, केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा, उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन मौजूद रहे।

 

 

 

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