उत्तराखंड

तुंगनाथ ट्रैक पर फंसा युवक, एसडीआरएफ की टीम ने किया सफल रेस्क्यू..

तुंगनाथ ट्रैक पर फंसा युवक, एसडीआरएफ की टीम ने किया सफल रेस्क्यू..

चन्द्रशिला पैदल ट्रैकिंग के लिए पहुंच रहे पर्यटक..

बीमार होने पर एसडीआरएफ की टीम कर रही रेस्क्यू..

मिनी स्विटजरलैंड चोपता सहित पैदल ट्रेक मार्ग पर नहीं है कोई स्वास्थ्य सुविधा..

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। तृतीय केदार के नाम से विख्यात तुंगनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भी बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंच रहे हैं। इन दिनों तुंगनाथ धाम में काफी बर्फ जमी है, जिसका आनंद लेने के लिए पर्यटक आ रहे हैं, लेकिन यहां आकर उनका स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के जरिये उन्हें चोपता पहुंचा रही है। बता दें कि तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव का सबसे ऊंचाई वाला मंदिर है, जिसकी ऊंचाई लगभग 3460 मीटर है। यह पंच केदारों में से एक केदार है और यहां भगवान शिव की पंच केदारों में एक रूप की पूजा होती है। तुंगनाथ मंदिर में भगवान शिव के हदय और भुजाओं की पूजा होती है। तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ से 1.5 किमी ऊपर स्थित चोटी चन्द्रशिला के नाम से जानी जाती है, जो कि समुद्र तल से चार हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

चिंता का विषय है कि भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने के बाद बावजूद सैकड़ों की संख्या में हर दिन सैलानी यहां पहुंच रहे हैं। चोपता से साढ़े तीन किमी की पैदल दूरी तय करने के बाद तुंगनाथ धाम पहुंचा जाता है, जबकि यहां से डेढ़ किमी ऊपर चन्द्रशिला मंदिर है। पर्यटक ट्रैकिंग करने के मकसद से तुंगनाथ धाम पहुंचते हैं। साथ ही बर्फबारी का आनंद भी लेते हैं। ट्रैकिंग के दौरान पर्यटकों का स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है, जिस कारण उन्हें काफी दिक्कतें हो रही हैं और समय से उपचार नहीं मिल पा रहा है। भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने से इस क्षेत्र में मेडिकल की कोई सुविधा नहीं है। कपाट खुलने के बाद ही प्रशासन की ओर से यहां पर मेडिकल कैंप लगाया जाता है। ऐसे में शीतकाल में ट्रैकिंग करने वाले पर्यटकों को स्वास्थ्य की कोई सुविधा नहीं मिल पाती।

 

रविवार को तुंगनाथ ट्रेक पर ट्रैकिंग के लिए निकले ग्रुप में एक सदस्य का स्वास्थ्य अत्यधिक खराब हो गया, जिस कारण उसे रात्रि में वहीं रुकना पड़ा। अन्य सदस्य किसी तरह रात को चोपता पहुंचे और जानकारी पुलिस तक पहुंचाई। देर रात होने के कारण सोमवार सुबह थाना ऊखीमठ ने सूचना एसडीआरफ को दी। इसके बाद रेस्क्यू टीम तत्काल रेस्क्यू उपकरणों के साथ तुंगनाथ ट्रेक के लिए रवाना हुई। लगभग तीन घंटे पैदल ट्रैकिंग के बाद टीम युवक तक पहुंची। युवक की हालत काफी खराब थी, जो अत्यधिक थकान व स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण चलने में भी असमर्थ था। ऐसे में रेस्क्यू टीम ने युवक राहुल गावा पुत्र कृष्णलाल गावा उम्र 32 वर्ष, निवासी सैक्टर 09 गुडगांव हरियाणा को प्राथमिक उपचार दिया। जिसके बाद टीम द्वारा स्ट्रैचर के माध्यम से अत्यधिक विषम परिस्थितियों में पैदल मार्ग से होते हुए युवक को चोपता पहुंचाया गया, जहां युवक के साथी पूर्व से मौजूद थे। चोपता पहुंचने पर स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद युवक ने एसडीआरएफ टीम का आभार प्रकट किया। टीम में हेड कांस्टेबल सुरेश प्रसाद, प्रवीन सिंह, धीरेन्द्र सिंह, भूपेन्द्र सिंह, विनय मोहन, डॉ रविन्द्र सिंह सहित अन्य मौजूद थे।

 

 

 

 

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