भाजपा को महंगी पड़ेगी आचार्य शिव प्रसाद की नाराजगी..
क्षेत्रीय जनता, संत-समाज, विद्वत जनों सहित धार्मिक संस्थाओं में बना है रोष..
ममगाईं ने की थी रुद्रप्रयाग विधानसभा से टिकट की दावेदारी..
रुद्रप्रयाग। वर्षों से निस्वार्थ भाव से भाजपा को मजबूती दिलवाने का काम करने वाले पूर्व दायित्वधारी आचार्य शिव प्रसाद ममगाई की नाराजगी और खामोशी पार्टी को महंगी पड़ सकती है। ममगाईं का कहना है कि उन्होंने संगठन चुनाव से लेकर पंचायत, विधानसभा और संसदीय चुनाव में अपना पूर्ण सहयोग भाजपा को दिया। इसके बावजूद उन्हें रुद्रप्रयाग विधानसभा का टिकट नहीं दिया गया। उन्हें टिकट ना दिये जाने से क्षेत्रीय जनता के साथ ही संत-समाज, विद्वत सभा सहित कई धार्मिक संस्थाओं में रोष व्याप्त है। कहा कि उन्होंने हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशियों के लिए रात-दिन काम किया था।
यहां जारी बयान में आचार्य ममगाईं ने कहा कि उत्तराखंड बनने के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी रुद्रप्रयाग विधानसभा की इतनी बुरी दशा है कि जो छिपाने से नहीं छिप सकती है। उन्होंने पूर्व में और राज्य मंत्री बनने के बाद जनपद की शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जैसी मूलभूत समस्याओं को लेकर संघर्ष किया। इसके अलावा वर्षों से अटके सैनिक स्कूल का निर्माण और पर्यटन होम स्टे को विकसित करने की पहल करने का प्रयास किया गया। आचार्य ने कहा कि भाजपा संगठन ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया, जिसकी छवि ही जनता के बीच सही नहीं है।
पांच सालों तक जनता को बेवकूफ बनाने का कार्य किया गया। आचार्य ने कहा कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वे निर्दलीय चुनाव लड़कर मैदान में उतरें, मगर वे पार्टी संगठन के विरूद्ध नहीं जाना चाहते हैं। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन और राष्ट्र के विकास के लिए भाजपा को मजबूती देने से ही राष्ट्र का विकास हो सकता है। उन्हें टिकट न देने से पूरे प्रदेश की जनता, संत-समाज एवं विद्वत जनों सहित कई धार्मिक संस्थाओं में रोष बना है, जिसका नुकसान पार्टी को विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।