शिक्षक की नौकरी पाने के लिए यहां दो लोगो के खिलाफ मुकदमा ऐसे हुआ खुलाशा….
हरिद्वार : दो शिक्षकों ने नौकरी पाने के लिए ऐसा खेल रच दिया कि खुलासा होने पर अब जिंदगीभर भुगतेंगे। भगवानपुर ब्लॉक के दो और फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इनमें से एक शिक्षक का मूल निवास प्रमाण पत्र फर्जी निकला है तो दूसरी महिला शिक्षक की बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई है।
एसआईटी के आदेश पर विभाग ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। इस कार्रवाई के चलते शिक्षकों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। भगवानपुर ब्लॉक के साथ-साथ पूरे जिले में फर्जी शिक्षकों के सामने आने के मामले रुकते नजर नहीं आ रहे हैं।
पिछले दिनों एसआईटी ने भगवानपुर ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिरचंदी में तैनात नीलम सैनी और राजकीय प्राथमिक विद्यालय डाडा जलालपुर के शिक्षक चंद्रपाल के प्रमाण पत्र मांगे थे। इसके बाद एसआईटी ने दोनों शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार नीलम सैनी की बीएड की डिग्री गोरखपुर विश्वविद्यालय से दर्शाई गई थी, लेकिन उनके अनुक्रमांक पर किसी अन्य व्यक्ति के नाम की डिग्री दर्ज है।
इसके साथ ही चंद्रपाल ने नौकरी प्राप्त करते समय खुद को ज्वालापुर का मूल निवास दर्शाया था, जबकि एसआईटी की जांच में चंद्र पाल के बिजनौर क्षेत्र के रहने की पुष्टि हुई है। एसआईटी ने जांच रिपोर्ट विभागीय अधिकारियों को सौंप दी थी, वहीं दोनों फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए थे।
उप शिक्षाधिकारी भगवानपुर कुंदन सिंह ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ भगवानपुर थाने में तहरीर दी है। थानाध्यक्ष गोविंद कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर दोनों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
इसके साथ ही जांच शुरू कर दी गई है। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब किसी फर्जी शिक्षक पर मुकदमा दर्ज किया गया हो। हाल ही में जिले में करीब बीस से अधिक फर्जी शिक्षक सामने आ चुके हैं, इनमें कई पर केस भी दर्ज हो चुके हैं।