उत्तराखंड

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कर्णधार स्कूल में की 19 छात्रों के हीमोग्लोबिन की जांच..

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कर्णधार स्कूल में की 19 छात्रों के हीमोग्लोबिन की जांच..

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन..

 

 

 

 

 

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से अगस्त्यमुनि ब्लाॅक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कर्णधार में छात्र-छात्राओं के हीमोग्लोबिन व बीएमआई की जांच की गई।

 

रुद्रप्रयाग। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से अगस्त्यमुनि ब्लाॅक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कर्णधार में छात्र-छात्राओं के हीमोग्लोबिन व बीएमआई की जांच की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ बीके शुक्ला ने बताया कि किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के अंतर्गत एनिमिया से बचाव, माहवारी के दौरान स्वच्छता व साफ सफाई, मानसिक स्वास्थ्य व पोषण, शारीरिक चोट व लिंग आधारित हिंसा, नशावृत्ति, योन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के मसलों पर किशोर किशोरियों की काउंसलिंग व जागरुक के साथ ही एनीमिया जांच व बीएमआई स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत गत वर्ष आरकेएसके काउंसलर के माध्यम से 73 स्कूल भ्रमण गतिविधियां व चार किशोर स्वास्थ्य दिवसों का आयोजन किया गया।

जिसमें 1659 किशोरों व 1629 किशोरियों सहित कुल 3288 किशोर-किशोरियों की काउंसलिंग की गई। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक स्कूलों व सामुदायिक स्तर पर 24 भ्रमण कर किशोर-किशोरियों की काउंसलिंग व स्क्रीनिंग की गई। इसके अलावा माहवारी स्वच्छता के अंतर्गत 01 रुपए की दर पर सेनेटरी नैपकीन उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जिसके अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 से आतिथि तक 13279 किशोरियों को 18630 सेनेटरी नैपकीन उपलब्ध करवाए गए।

आरकेएसके काउंसलर विपिन सेमवाल ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कर्णधार में किशोर स्वास्थ्य को लेकर 19 छात्र-छात्राओं के हीमोग्लोबिन की जांच व बीएमआई स्क्रीनिंग की गई, जिसमें से अल्प एनीमिक पाए गए तीन बच्चों को आयरन दवा का वितरण करने के साथ ही आयरन की कमी को पूरा करने के लिए पोषण से संबंधित जरूरी परामर्श दिया गया।

इस अवसर पर बरसात के दृष्टिगत डायरिया की आंशका के मध्यनजर ओआरएस घोल बनाने की विधि व डायरिया से बचाव के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। डायरिया के लक्षण होने पर नजदीकी आशा व एएनएम से निःशुल्क ओआरएस व जिंक के लिए संपर्क करने की अपील की।

 

 

 

 

 

 

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