खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने पर राजनीति तेज, राजीव गांधी के नाम पर आईटी पुरस्कार देगी महाराष्ट्र सरकार..
देश-विदेश: राजीव गांधी के नाम पर 1992 से चले आ रहे खेल रत्न पुरस्कार का नाम केंद्र सरकार ने बदल कर हॉकी के जादूगर रहे मेजर ध्यानचंद के नाम पर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ कर दिया हैं। जिसके बाद इस मुद्दे पर विवाद शुरू ही था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार ने आईटी क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों के लिए राजीव गांधी के नाम से पुरस्कार शुरू करने का निर्णय लिया हैं। यह पुरस्कार हर साल राजीव गांधी के स्मृति दिन यानी 20 अगस्त को दिया जायेगा।
आपको बता दे कि राज्य के आईटी विभाग ने इस संबंध में मंगलवार को प्रशासनिक निर्णय जारी किया हैं। बताया जा रहा है कि यह निर्णय 7 जुलाई 2021 को आईटी विभाग के राज्यमंत्री सतेज पाटील की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया था। लेकिन इसकी टाइमिंग वर्तमान समय में चल रहे राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार का नाम बदलने से जुड़े विवाद से बिलकुल मैच खाती हुई नजर आ रही हैं।
आईटी क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों को दिया जाएगा हर साल यह पुरस्कार
देश के सामाजिक व आर्थिक विकास के लिए विज्ञान व तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल आधुनिकता का वाहक होता है। राजीव गांधी ने आईटी के प्रचार और प्रसार में अपना अमूल्य योगदान दिया था। यही वजह है कि उनके स्मृति दिवस पर इस क्षेत्र में इनोवेटिव रिसर्च कर के समाज के विकास में योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को प्रोत्साहन देने के लिए यह पुरस्कार दिए जाने निर्णय लिया गया है।
अब राज्य सरकार की ओर से हर साल यह पुरस्कार दिया जाएगा। लेकिन यह भी कहा गया है कि ऐसा प्रबंध किया जाए कि इस पुरस्कार की वजह से आईटी विभाग पर कोई आर्थिक बोझ ना पड़े। इस पुरस्कार के तहत योग्य उम्मीदवारों का चुनाव और पुरस्कार के नियोजन की जिम्मेदारी महाराष्ट्र आईटी महामंडल को दी गई है।