माघ पूर्णिमा पर हरिद्वार में उमड़ा आस्था का सैलाब..
हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी..
आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने दान किया और भोजन कराया। बता दे कि सुबह ब्रह्म मुहुर्त में ही घाट पर स्नान करने वालों की भीड़ लगी रही।
उत्तराखंड: आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने दान किया और भोजन कराया। बता दे कि सुबह ब्रह्म मुहुर्त में ही घाट पर स्नान करने वालों की भीड़ लगी रही। माघ पूर्णिमा के अवसर पर स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ ही दूसरेे जिलों व पड़ोसी राज्यों से श्रद्धालुओं का सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गया था।
आपको बता दे कि हरकी पैड़ी समेत अन्य कई गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया और उसके बाद ब्राह्मणों को उचित दान-दक्षिणा दी। इसके साथ ही मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किया। सनातन धर्म में पूर्णिमा का अलग महत्व है। इस दिन चांद अपनी पूर्ण अवस्था में होता है। यह भी मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन मांगी गयी हर कामनाएं पूर्ण होती हैं।
कहा जाता हैं कि पूर्णिमा के दिन देवी-देवता धरती पर आते हैं। ऐसे में इस दिन पूजा-पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। हर माह की पूर्णिमा का अपना अलग-अलग महत्व होता है। ऐसे में इस माह माघ में पड़ने वाली पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा या माघ पूर्णिमा कहा जाता है।
ज्योतिषियों के अनुसार इस बार माघ पूर्णिमा पर खास संयोग बन रहा हैं। माघ पूर्णिमा को कर्क राशि में चंद्रमा और आश्लेषा नक्षत्र की युति होने से शोभन योग बन रहा है। यह योग काफी शुभ माना गया है। बता दे कि इस दिन कुछ लोग अपने एक महीने के तप की पूर्णाहुति करते हैं।
इसके अलावा जिन लोगों ने पूरे माह माघ स्नान नहीं किया है। वे भी पूर्णिमा के एक दिन पवित्र नदियों के जल से स्नान करके अपने शुभ पुण्य कर्मों में वृद्धि कर सकते हैं।माघ पूर्णिमा बुधवार को सुबह नौ बजकर 43 मिनट से शुरू हुई और रात 10 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी। माघ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ होता है।