स्पेशल ट्रेनिंग के दौरान भागीरथी में डूबने से आईटीबीपी के जवान की दर्दनाक मौत
उत्तराखंड : आईटीबीपी के महिडांडा स्थित काउंटर इंसर्जेंसी जंगल वार फेयर (सीआईजेडब्ल्यू) स्कूल की स्पेशल ट्रेनिंग के दौरान तेखला में भागीरथी में डूबने से एक जवान की मौत हो गई। जवान के शव को सैनिक सम्मान के साथ उसके घर भेजा जा रहा है। हादसे के कारणों की आईटीबीपी की ओर से कोर्ट ऑफ इंक्वायरी करायी जा रही है। नक्सल प्रभावित इलाकों व दुर्गम क्षेत्रों में ड्यूटी के लिए जवानों को तैयार करने के उद्देश्य से आईटीबीपी की ओर से महिडांडा में सीआईजेडब्ल्यू स्कूल संचालित किया जा रहा है। आईटीबीपी के साथ ही विभिन्न पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
आजकल आईटीबीपी की बरेली, अमृतसर एवं कानपुर में तैनात बटालियनों के 310 जवानों को यहां सघन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ट्रेनिंग के दौरान सोमवार को जवानों को गंगोत्री हाईवे से लगे तेखला में रीवर क्रॉसिंग एवं स्पिलरिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। इस दौरान आईटीबीपी तृतीय बटालियन बरेली में एएसआई के पद पर तैनात टॉमिक भौनिया मुनस्यारी पिथौरागढ़ निवासी मोहन सिंह (50) पुत्र विजय सिंह की नदी में डूबने से मौत हो गई।
नदी पार करते समय हुआ हादसा
तेखला पुल से रैपलिंग कर गंगा भागीरथी में उतरने के बाद नदी पार करते समय हुए हादसे में बेहोश हुए जवान को तत्काल नदी से निकालकर आईटीबीपी के चिकित्सकों ने मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया। हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जवान का पोस्टमार्टम करने के बाद शव आईटीबीपी के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया है। यहां से शव पूरे सैनिक सम्मान के साथ जवान के घर भेजा जा रहा है। जवान का परिवार दिल्ली में रहता है। सीआईजेडब्ल्यू स्कूल में पांच साल पहले भी ट्रेनिंग के दौरान हुए हादसे में मणिपुर पुलिस के दो जवानों की मौत हो गई थी।
तेखला के पास ट्रेनिंग के दौरान आईटीबीपी के एक जवान की मौत हुई है। मौके पर ट्रेनिंग के सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। इसके बावजूद हादसे और मौत के कारणों की पड़ताल के लिए कमांडेंट द्वारा इस मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी करायी जा रही है।
-हरेंद्र पाल सिंह, डीआईजी, प्रधानाचार्य सीआईजेडब्ल्यू स्कूल महिडांडा।