सड़क निर्माण के मलबे से सिंचित भूमि बर्बाद..
पेयजल योजना हुई क्षतिग्रस्त, भरदारी गदेरे में मलबे के कारण बन सकती है झील..
रुद्रप्रयाग। सेमलता-कफना-थापली-डुंगरा मोटरमार्ग निर्माण के चलते काश्तकारों की सिंचित जमीन बर्बाद हो गई है। साथ ही पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से गांव में पानी का संकट बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण से हो रहे नुकसान की भरपाई की मांग की है।
सड़क के मलबे के कारण पिछले डेढ़ साल से ग्राम सभा कफना के थापली और गाड सिरोला में पानी की सप्लाई बाधित है। यहां करीब 50 परिवार पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गए हैं। साथ ही थापली गाँव की 26 नाली सिंचित जमीन बर्बाद हो गई है। सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र रावत ने बताया कि सड़क निर्माण के चलते ग्रामीणों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। भविष्य में भरदारी गदेरे में झील बनने की भी पूरी संभावना बनी हुई है। अगर ऐसा होता है तो पूरे क्षेत्र को भारी खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि सड़क का मलबा गदेरे में गिर रहा है, जो आने वाले समय में झील का रूप ले सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सड़क कटिंग के मलबे को खेतों में डंप किया जा रहा है। इससे काश्तकारों की सिंचित जमीन तबाह हो रही है। बेतरतीब तरीके से किए गए कार्य के चलते गांव की पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई है। ऐसे में गांव में पानी का संकट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इन सभी समस्याओं को लेकर कई बार संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार को भी अवगत कराया गया है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।