राइंका रुद्रप्रयाग में छात्रों को मानव तस्करी के प्रति किया जागरूक..
नशे के दुष्प्रभावों से दूर रहने की अपील, विद्यालय परिवार ने जताया पुलिस का आभार..
रुद्रप्रयाग। ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, एसओजी व एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने अटल उत्कृष्ट राइंका रुद्रप्रयाग में छात्रों को मानव तस्करी, साइबर क्राइम एवं नशा के प्रति जागरूक किया। साथ ही छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी देकर दूर रहने की अपील भी की। वहीं विद्यालय परिवार ने पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित किया।
जिला मुख्यालय स्थित राइका के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस के एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट प्रभारी निरीक्षक मनोज नेगी और एसओजी व एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र सिंह गुसाईं ने छात्र-छात्राओं को जागरुक किया। बताया कि मानव तस्करी से तात्पर्य है कि अपने कुत्सित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मनुष्य को बेच देना। हालांकि हमारे जनपद में ऐसे प्रकरण सामने नहीं आए हैं फिर भी हरेक व्यक्ति को इस संबंध में सतर्क और जागरुक रहना आवश्यक है। बताया कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को नशामुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके लिए राज्य के साथ ही जनपद और थाना स्तर पर एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स गठन किया गया। बताया कि ड्रग्स हमारे समाज का सबसे बड़ा अभिशाप है। ड्रग्स को समूल नाश करना हमारी जिम्मेदारी है। उत्तराखण्ड पुलिस जागरुकता और पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है। कहा कि वह अपनी उर्जा को सकारात्मक क्रिया-कलापों खेल, पढाई, कल्चरल एक्टीविटी आदि में लगाएं और नशे व ड्रग्स से दूर रहें।
इसके अलावा साइबर ठगी के कई तरीके हैं, पर उनसे बचने का पहला उपाय हमारा संयम और हमारा इग्नोरेंश। किसी लालच में न आए और इग्नोरेंश से जो चीज समझ में नहीं आ रही उसकी तरफ ध्यान ही न दे। फिर भी जाने अन्जाने में साइबर ठगी के शिकार हो जाए। साइबर हेल्पलाइन 1930 पर काॅल करें। बताया कि अपने साथ हुई ठगी की शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में करें। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य राजबीर भदौरिया सहित शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
