मुर्गों की लड़ाई में खेलते है जुआ, 40 जुआरियों के चक्कर में 9 मुर्गे भी हुए गिरफ्तार..
देश-विदेश : कोतवाली बड़ौत पुलिस व एसओजी की टीम ने 40 जुआरियों सहित 9 मुर्गों को गिरफ्तार कर लिया गया है. संयुक्त ऑपरेशन में पुलिस ने रमाला थाना क्षेत्र के जंगलों में घेराबंदी करते हुए मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, गाजियाबाद, दिल्ली और हरियाणा राज्यों के 40 जुआरियों को भी गिरफ्तार किया है. ये लोग हार-जीत के लिए मुर्गों को लड़ाकर जुआ खेल रहे थे. इनके पास से पुलिस ने 9 मुर्गे, 5 तमंचे मय कारतूस, 5 चाकू और 1 लाख 30 हजार रुपये की नकदी भी बरामद किये है.
दरअसल, एसओजी प्रभारी संजीव चौधरी व कोतवाली बड़ौत प्रभारी अजय कुमार शर्मा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि रमाला थाना क्षेत्र के सोंटी गांव के जंगलों में आम के बागों में हार-जीत की बाजी लगाकर मुर्गों को लड़ाया जा रहा है. इसके बाद एसओजी व कोतवाली बड़ौत पुलिस की टीम ने जंगल में घेराबंदी कर 40 लोगों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.
तमंते, कारतूस समेत 1 लाख से ज्यादा मिला कैश..
वहीं सीओ बड़ौत आलोक सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि थाना रमाला क्षेत्र में सोंटी गांव के जंगलों में ये सूचना प्राप्त हुई थी एक घने जंगल मे कई लोग जुआ खेल रहे हैं. इस सूचना पर एसओजी बागपत और बड़ौत पुलिस संयुक्त कार्यवाही करते हुए घेराबंदी की है. काफी लोग मुर्गों की लड़ाई के ऊपर सट्टा खेलते हुए मिले. जिसमें 40 लोग गिरफ्तार हुये है. इनके पास से 5 तमंचे, 5 चाकू कई कारतूस बरामद हुए हैं. ये लोग दिल्ली, सोनीपत, मेरठ, मुजफरनगर, शामली के रहने वाले हैं. यहां आकर ये लोग मुर्गों की लड़ाई पर सट्टा लगाते थे. इस मामले में 40 व्यक्ति और 9 मुर्गे पकड़े गए हैं. काफी लोग खेल रहे थे, कुछ पकड़े गए जबकि कुछ मौका पाकर फरार हो गए. पकड़े गए लोगों के पास से 1 लाख 30 हज़ार रुपये नकद भी मिले हैं.
मुठभेड़ के दौरान 40 अभि0 हार-जीत की बाजी लगाकर मुर्गों को लड़ाते हुए गिर0,कब्जे से करीब 133000 रू नगद ,4 तमंचा मय 3 खोख,3 जिंदा कारतूश,04 चाकू नाजायज,1 स्कॉर्पियो गाड़ी बिना नंबर, 35 मो0 फोन व 9 जिंदा मुर्गे बरामद। @CMOfficeUP@Uppolice @dgpup @adgzonemeerut @igrangemeerut pic.twitter.com/FPLrUo2vyL
— Baghpat Police (@baghpatpolice) March 14, 2021
क्या होता है मुर्गा लड़ाकर जुआ खेलना..
इस तरह के जुए में पत्ते फेंककर नहीं बल्कि दो-दो मुर्गों को लड़ाया जाता है. लोग मनपसंद मुर्गे पर पैसे लगाते हैं, जो मुर्गा जीतता है उस पर पैसे लगाने वालों को दोगुना भाव मिलता है. इस जुए में जीतने के लिए लोग अपना-अपना मुर्गा भी लेकर जाते हैं.