जंगल की आग की चपेट में आकर बुजुर्ग की मौत..
उत्तराखंड: जंगल की आग एक फिर से विकराल हो गई है। यह आग आस पास के इलाकों तक पहुंच गई है। खेतों और घास के ढेरों को राख करने के अलावा यह आग ग्रामीणों के लिए भी काल बनी हुई है। जिसके चलते गैरसैंण के पास एक बुजुर्ग आग बुझाने का प्रयास करते हुए गंभीर रूप से झुलस गए। जिसमे उनकी मौत हो गई।
गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक जंगल की आग का कहर थमने का नाम नहीं ले रही रही है। रोजाना आग से लाखों की वन संपदा को नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में यह आग ग्रामीणों की जान पर भी बनी हुई है। आपको बता दे कि बीते छह माह से प्रदेश में आधा दर्जन से अधिक जिंदगियां आग की भेंट चढ़ चुकी हैं। जबकि, कई इसमें घायल भी हुए हैं। इसके साथ ही वनों की आग की चपेट में आकर बड़ी संख्या में मवेशी भी मृत और घायल हुए हैं।
पौड़ी, अल्मोड़ा और टिहरी से आग की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आयी हैं। करीब एक सप्ताह पूर्व बारिश और बर्फबारी के कारण जंगल की आग से कुछ राहत जरूर मिली थी। जिससे कुछ दिन तक जंगलों के धधकने का सिलसिला काफी हद तक थम गया था। लेकिन, अब बढ़ती गर्मी और चटख धूप के बीच फिर से उत्तराखंड के जंगल सुलगने लगे हैं।
गैरसैंण नगर मुख्यालय से सटे गडोली-सोनियाणा में मंगलवार सुबह जंगल में भीषण आग धधक उठी। जिसमे नगर के वार्ड-6 गडोली निवासी पूर्व लोनिवि कर्मचारी रघुराम बुरी तरह झुलस गए। रघुराम अपने खेतों में हल लगा रहे थे कि तेजी से फैलती आग को देख बुझाने को दौड़ पड़े। इस बीच बुजुर्ग ने साहस का परिचय देते हुए आग बुझाई और काफी क्षेत्र में आग फैलने से रोकी, लेकिन एकाएक दूसरी ओर से आग फैल गई और रघुराम आग की लपटों में घिर गए और बुरी तरह झुलस गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
