कहानियों के माध्यम से शिक्षकों को गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा देने के लिए किया प्रेरित
जिलाधिकारी ने किया प्रधानाध्यापकों के साथ सीधा संवाद
रुद्रप्रयाग। प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर चिन्तित जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ सीधा संवाद किया। जिसमें उन्होंने न केवल शिक्षकों को गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा देने का आह्वान किया, अपितु उनके सवालों का सीधा जवाब देते हुए उनकी शंकाओं का समाधान भी किया। उन्होंने छोटी-छोटी कहानियों से शिक्षकों को गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा देने के लिए प्रेरित किया। शिक्षकों को नसीहत देते हुए कहा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए दूसरे के बच्चों का भविष्य दांव पर न लगायें।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में वे छात्र हैं जिनके पास कोई विकल्प नहीं है। उनके अभिभावकों को शिक्षा का महत्व समझाना पड़ेगा। कहा कि शिक्षकों को सीमित संसाधनों के साथ अपना अधिकतम समय देना पड़ेगा, तभी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बढ़ पायेगा। उन्होंने शिक्षकों को नसीहत देते हुए कहा कि शिक्षक का पद समाज में सबसे ऊपर है। उसकी गरिमा बनाये रखना सबकी जिम्मेदारी है। यदि बच्चा पढ़ नहीं पा रहा है तो तो यह हमारी असफलता है। छात्र संख्या महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि जितने भी छात्र हैं उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले यह सुनिश्चित करना होगा। विद्यालयों में अभिभावक संघ की बैठकें आवश्यक रूप से हो तथा बैठक में अनिवार्य रूप से शिक्षा की गुणवत्ता पर चर्चा हो। शिक्षक कहीं भी रहे, मगर विद्यालय समय पर पहुंचे यह सुनिश्चित हो। क्योंकि शिक्षक के देर से आने का सीधा प्रभाव उन बच्चों एवं उनके अभिभावकों पर पड़ता है। शिक्षक विद्यालय में राॅल माॅडल तैयार करें, जिसके लिए उन्हें लीक से हटकर पढाने का प्रयास करना होगा।
प्रत्येक विद्यालय में ऐसे छात्र चयनित किए जायें जिन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जा सके। उन्होंने भाणाधार प्रावि का जिक्र करते हुए कहा कि वहां की अध्यापिका की तरह विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय देना होगा। प्राथमिक शिक्षा की बेहतरी के लिए प्रत्येक दिन की समीक्षा मोबाइल पर अपडेट की जायेगी, जिससे विद्यालय एवं विद्यार्थियों की प्रगति की जानकारी प्राप्त हो सके और कमजोर विद्यार्थियों की पहचान हो सके। सभी विद्यालयों में अलग से टेस्ट सीरिज देकर उनका अभ्यास कराया जायेगा। उन्होंने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे हर सम्भव प्रयास करेंगे। विद्यालय में पूरे संसाधन जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके तहत इस वर्ष जिला प्लान में शिक्षा का बजट बढ़ाया गया है। उन्होंने शिक्षकों के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि सभी को एकमत एवं एकजुट होकर कार्य करना पड़ेगा तभी सफलता मिल पायेगी।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में निर्माण कार्यों से शिक्षकों को अलग किया जायेगा। सरकारी विद्यालयो ंके निकट स्थित प्राइवेट विद्यालयों की सघन जांच होगी। इस अवसर पर सीईओ सीएन काला, डीईओ एलएस दानू, बीईओ केएल रड़वाल, वीएस रावत, डीपी सेमवाल, उपशिक्षा अधिकारी नन्दा चन्द्रा, रवि कुमार, राशिसं के अध्यक्ष आनन्द सिंह जगवाण, जूशिसं के अध्यक्ष दलेब सिंह राणा, प्राशिसं के अध्यक्ष विक्रम झिंक्वाण, जनपद के समस्त बीआरसी, सीआरसी, डायट के प्रशिक्षक, प्रावि एवं उच्च प्रावि के प्रधानाध्यापक एवं प्रधानाध्यापिकायें मौजूद थे।