उत्तराखंड

चारधाम यात्रा- तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद इंतजाम..

चारधाम यात्रा- तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद इंतजाम..

 

 

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। यात्रा मार्ग के हर चप्पे पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। यात्रियों की सुरक्षा के लिए 10 कंपनियां पैरामिलिट्री बल तैनात की गई हैं, जो संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त करेंगी। इसके साथ ही 17 कंपनियां पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) भी यात्रा मार्गों पर मुस्तैद रहेंगी। वही 10 स्थानों पर आतंकवाद निरोधक दस्ता (Anti-Terrorist Squad – ATS) की तैनाती की गई है, जो संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगा। 65 स्थानों पर एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें भी तैनात रहेंगी, जो किसी भी आपात स्थिति में तत्काल राहत व बचाव कार्य करेंगी। साथ ही स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी चौकस रहेंगी, और ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित, व्यवस्थित और निर्बाध रूप से संपन्न हो इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।

चारधाम यात्रा के शुभारंभ से पहले ट्रांजिट कैंप में सुबह 11 बजे उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने यात्रा को लेकर सुरक्षा और व्यवस्थाओं की तैयारियों की जानकारी दी। डीजीपी सेठ का कहना हैं कि 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है। पिछले वर्ष की यात्रा से मिले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए इस बार व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है। यात्रियों की संख्या, ट्रैफिक नियंत्रण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन जैसे पहलुओं पर विशेष काम किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीजीपी ने कहा कि राज्यभर में पैरामिलिट्री, पीएसी, एसडीआरएफ और एटीएस की टीमें तैनात की जा चुकी हैं, जो यात्रा मार्गों की निगरानी करेंगी। डीजीपी ने मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं से अपील की कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।

यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने इस बार जनपद स्तर पर विशेष चारधाम यात्रा सेल का गठन किया है। इसके साथ ही आईजी गढ़वाल कार्यालय में केंद्रीय कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो यात्रा पर निगरानी रखेगा और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेगा।सभी संबंधित जिलों में पुलिस मुख्यालयों पर चारधाम यात्रा सेल बनाए गए हैं, जो स्थानीय स्तर पर सुरक्षा, यातायात और तीर्थयात्रियों की सहायता से जुड़े मामलों को संभालेंगे। गढ़वाल रेंज के आईजी कार्यालय में स्थापित चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम पूरे यात्रा मार्ग पर नजर रखेगा और सभी एजेंसियों के बीच तालमेल बनाएगा। यातायात व्यवस्था को सुगम और निर्बाध बनाए रखने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है, जिसमें रूट डायवर्जन, पार्किंग, और आपात सेवाओं की तैनाती शामिल है। डीजीपी दीपम सेठ ने जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई एक घटना के बाद से ही उत्तराखंड पुलिस ने यात्रा मार्गों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता से काम शुरू कर दिया था। यात्रा मार्गों पर सुरक्षा बलों, ड्रोन निगरानी, सीसीटीवी कैमरों और आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय रूप से तैनात किया गया है।

 

आपदा से निपटने के लिए 65 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात..
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने 10 कंपनियां पैरामिलिट्री फोर्स की उपलब्धता सुनिश्चित की है, जो जल्द ही तैनात हो जाएंगी। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा 10 कंपनी पैरामिलिट्री बल चारधाम यात्रा मार्गों की सुरक्षा के लिए भेजी जा रही हैं। 17 कंपनियां पीएसी और लगभग 6,000 पुलिसकर्मी यात्रा मार्ग पर विभिन्न जिम्मेदारियों में तैनात किए गए हैं। यात्रा मार्ग की हवाई निगरानी ड्रोन कैमरों से की जाएगी, जिससे हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा सके। 2000 सीसीटीवी कैमरे पूरे चारधाम यात्रा मार्ग पर लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से सुरक्षा और यातायात की रियल टाइम निगरानी की जा रही है। अलग-अलग क्षेत्रों से कंट्रोल रूम में फीड एकत्र हो रहा है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई संभव हो सके।

आपदा से निपटने के लिए 65 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात की जाएंगी। इसके अलावा आतंकवाद निरोधक दस्ते को 10 स्थानों पर तैनात किया जाएगा। जो स्वचालित हथियारों से लैस रहेंगे। पूरे यात्रा को 15 सुपर जोन और अन्य सेक्टर में बांटा गया है। यातायात को लेकर 156 पार्किंग स्थल और 56 होल्डिंग एरिया विकसित किए गए हैं। चारधाम यात्रियों को सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहलगाम की घटना के बाद पूरे राज्य में रेड अलर्ट है। पुलिस किसी भी हालत से निपटने को तैयार है।

 

 

 

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