जिलाधिकारी मनुज गोयल ने किया बर्सू गांव का निरीक्षण..
विजय सेमवाल जैसे कृषक दिखा रहे हैं युवाओं को राह..
रुद्रप्रयाग: जिला मुख्यालय से चार किमी की दूरी पर स्थित बर्सू गांव पलायन का दंश झेल रहा है। यहां कभी लगभग 80 परिवार रहा करते थे, लेकिन आज गांव में सिर्फ एक ही व्यक्ति निवास कर रहा है। गांव में पानी, सड़क और शिक्षा के अभाव में ग्रामीणों ने गांव को छोड़ दिया। मगर अब जिला प्रशासन की ओर से गांव को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने मंगलवार को बर्सू गांव का निरीक्षण किया और गांव को हाॅर्टी टूरिज्म के रूप में विकसित करने की बात कही। उन्होंने इस संबंध में गांव में बैठक कर प्रस्ताव पर्यटन विभाग को प्रेषित करने को कहा, जिससे इच्छुक व्यक्तियों को होम स्टे योजना से लाभान्वित किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि पलायन रोकने और स्वरोजगार व पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार द्वारा होम स्टे योजना संचालित की गई है। साथ ही इस बात पर भी बल दिया कि बरसू के हॉर्टी टूरिज्म के रूप में विकसित होने पर स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। जिससे स्वाभाविक रूप से आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
इसके साथ ही गांव में आने वाले पर्यटकों को राज्य के व्यंजनों, संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर तथा पारंपरिक, पहाड़ी शैली से भी साक्षात्कार का एक बेहतर अवसर प्राप्त होगा। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्रगतिशील कृषक विजय सेमवाल द्वारा क्षेत्र में की गई कृषि, औद्यानिक व पशुपालन संबंधी गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांव के अन्य लोगों को भी इस तरह से कार्य करने के लिए अभिप्रेरित किया जाय, ताकि जनपद मुख्यालय के निकट से ही ताजे एवं किफायती कृषि उत्पाद ग्राहकों को सुलभ हो सकें। इस अवसर पर प्रगतिशील कृषक विजय सेमवाल, ग्राम उप प्रधान अनूप सेमवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।