उत्तराखंड

फटी जीन्स पर ट्रोल हुईं तीरथ सिंह रावत की बेटी, बोली उत्तराखंड के सीएम मेरे पिता नहीं..

फटी जीन्स पर ट्रोल हुईं तीरथ सिंह रावत की बेटी, बोली उत्तराखंड के सीएम मेरे पिता नहीं..

उत्तराखंड: चित्रांशी रावत शायद आपको याद नहीं आ रहा होगा कि कौन हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं, ज्यादा चर्चित परिचय की बात करते हैं। ‘चक दे इंडिया’ की कोमल चौटाला तो आपको याद ही होगी। चित्रांशी रावत फटी जीन्स वाली तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।

 

ट्रोल होने की वजह है चौंकाने वाली..

ट्रोल करने की वजह सुनकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल, उनके पिता का नाम तीरथ सिंह रावत है। और, सोशल मीडिया यूजर्स को लग रहा है कि वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की बेटी हैं। हालांकि, यह सच नहीं है, केवल उनके पिता और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का नाम समान है। वैसे, चित्रांशी भी उत्तराखंड की ही हैं और राज्य की हॉकी टीम का हिस्सा भी रह चुकी हैं।

 

चित्रांशी ने कहा, ये महज एक संयोग..

फटी जीन्स पहनी तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर वायरल होने पर चित्रांशी ने कहा, ‘फटी जीन्स में मेरा एक फोटो वायरल हो रहा है और दावा किया जा रहा है कि मैं उत्तराखंड के सीएम की बेटी हूं। यह सच है कि मेरे पिता का नाम तीरथ सिंह रावत है, लेकिन यह महज संयोग है। मेरा सीएम से कोई संबंध नहीं है।

 

क्या कहा था तीरथ सिंह रावत ने?..

तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड बाल आयोग के कार्यक्रम में कहा था, ‘एक बार जहाज में जब बैठा तो मेरे बगल में एक बहनजी बैठी हुई थीं। मैंने उनको देखा तो नीचे गमबूट थे, जब और ऊपर देखा तो घुटने फटे हुए थे और हाथ देखे तो कई कड़े थे। दो बच्चे साथ में दिखे और मेरे पूछने पर पता चला कि पति जेएनयू में प्रोफेसर हैं और वह खुद कोई एनजीओ चलाती हैं। जो एनजीओ चलाती हैं, उनके घुटने दिखते हैं। समाज के बीच में जाती हैं। बच्चे साथ में हैं। क्या संस्कार देंगी?

 

विवाद बढ़ता देख मांगी माफी..

मुख्यमंत्री के इस बयान पर काफी तीखी प्रतिक्रिया हुई थी और लोगों ने काफी विरोध किया था। विवाद बढ़ता देख मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कपड़ों को लेकर मेरी टिप्पणी भारतीय मूल्य और संस्कृति को केंद्रित करते हुए थी, मेरा उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था। उन्होंने कहा, ‘मातृशक्ति का सम्मान मेरे लिए सदैव सर्वोपरि रहा है। इसके बावजूद मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं इसके लिए क्षमा मांगता हूं। हर व्यक्ति अपनी इच्छा-पसंद के कपड़े पहनने के लिए स्वतंत्र है।’

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