चारधाम यात्रा- श्रद्धालुओं के लिए 13 भाषाओं में हेल्थ एडवाइजरी, QR कोड और होर्डिंग्स से मिलेगी जानकारी
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इस बार चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की सेहत को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों और चारों धाम स्थलों पर चिकित्सा सुविधाओं का विस्तृत रोडमैप तैयार किया है। पहली बार केदारनाथ धाम में 17 बेड वाला आधुनिक अस्पताल संचालित किया जाएगा, जहां तीर्थयात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे और स्क्रीनिंग प्वाइंट पर 50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की अनिवार्य स्वास्थ्य जांच की जाएगी। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और आपात स्थितियों से निपटने के लिए उठाया गया है।
बुधवार को सचिवालय में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की गई। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की सुरक्षित और स्वस्थ यात्रा के लिए सुलभ व आधुनिक स्वास्थ्य ढांचे पर काम किया जा रहा है। इसी क्रम में केदारनाथ धाम में 17 बेड वाला अत्याधुनिक अस्पताल तैयार किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। कार्यदायी संस्था ने आश्वस्त किया है कि यात्रा शुरू होने से पहले यह दो मंजिला भवन पूरी तरह से संचालित हो जाएगा। अस्पताल में एक्सरे, रक्त जांच, ईसीजी, मल्टी पैरामॉनीटर जैसी आधुनिक जांच सुविधाएं और ऑर्थो विशेषज्ञों की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि अधिकतर चिकित्सा उपकरण अस्पताल तक पहुंच चुके हैं, जिससे यात्रियों को समय पर उपचार मिल सके। यह व्यवस्था पहली बार इतनी व्यापक रूप से केदारनाथ धाम में की जा रही है।
श्रद्धालुओं के लिए बहुभाषी हेल्थ एडवाइजरी और होर्डिंग्स..
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से जुड़ी स्पष्ट और उपयोगी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बहुभाषी हेल्थ एडवाइजरी तैयार की है। यह एडवाइजरी 13 भाषाओं में उपलब्ध होगी, जिससे देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी भाषा में स्वास्थ्य संबंधी जरूरी जानकारियां मिल सकें। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के अनुसार यह एडवाइजरी यात्रा मार्ग के होटलों, रेस्टोरेंट्स, पार्किंग स्थलों पर QR कोड के माध्यम से श्रद्धालुओं को प्रदान की जाएगी। श्रद्धालु अपने मोबाइल से इस क्यूआर कोड को स्कैन कर स्वास्थ्य सुझाव पढ़ सकेंगे। इसके अलावा जाम संभावित क्षेत्रों और ठहराव स्थलों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स के माध्यम से भी स्वास्थ्य जागरूकता का प्रचार किया जाएगा। यह पहल तीर्थ यात्रियों को यात्रा के दौरान संभावित स्वास्थ्य जोखिमों से बचाने और समय पर उचित कदम उठाने में मदद करेगी।
फाटा और पैदल मार्ग की चिकित्सा इकाइयों को किया सशक्त..
चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फाटा स्थित अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती की जा रही है। अस्पताल में एक्सरे सुविधा भी उपलब्ध होगी, जिससे यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा की स्थिति में त्वरित जांच और उपचार संभव हो सकेगा। स्वास्थ्य विभाग ने केदारनाथ की ओर जाने वाले पैदल मार्ग पर 12 चिकित्सा इकाइयों में प्रशिक्षित चिकित्सकों और फार्मेसी अधिकारियों की तैनाती की योजना बनाई है। इससे रास्ते में बीमार पड़ने या थकान से जूझ रहे श्रद्धालुओं को तुरंत प्राथमिक उपचार मिल सकेगा। इसके अतिरिक्त 12 चिह्नित हेलिपैड और पार्किंग स्थलों पर भी स्क्रीनिंग टीमों की तैनाती की जा रही है। ये टीमें विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच करेंगी, ताकि किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय आपात स्थिति को पहले ही पहचाना जा सके। वही गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के स्क्रीनिंग प्वाइंट पर भी डॉक्टरों व सहायक कर्मचारियों की तैनाती 28 अप्रैल से रोस्टर वार की जाएगी। गंगोत्री धाम व जानकीचट्टी में फिजिशियन की विशेष तैनाती की जा रही है। इसके साथ यात्रा मार्गों पर 108 एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी।
यात्रा मार्गों पर 70 डॉक्टर तैनात..
चारधाम यात्रा मार्ग पर 70 डॉक्टर तैनात हैं। साथ ही अन्य जिलों से 15 दिन में रोटेशनल आधार पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। इनमें ऑर्थो सर्जन, फिजिशियन, एनेस्थेटिस्ट, जनरल सर्जन, 121 स्टाफ नर्स, 26 फार्मासिस्ट, 309 ऑक्सीजन बेड, छह आईसीयू बेड, एक ब्लड बैंक और दो ब्लड स्टोरेज यूनिट तैनाती की जा रही है।
