उत्तराखंड

शिक्षक विहीन स्कूलों में रोशनी बिखेर रही ज़िलाधिकारी की पत्नी

रुद्रप्रयाग। प्रदेशभर में ऐसे बहुत सारे स्कूल हैं, जो या तो शिक्षक विहीन हैं या जिनमें पर्याप्त संख्या में शिक्षक नहीं हैं। ऐसे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य किस कदर प्रभावित हो रहा है, यह आसानी से समझा जा सकता है। ऐसे निराशा भरे माहौल में यदि कोई पढ़ा-लिखा व्यक्ति शिक्षक विहीन स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाए तो किसे खुशी नहीं होगी?

रुद्रप्रयाग जिले में इन दिनों जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की पत्नी ऊषा घिल्डियाल ने यह बीड़ा उठाया है। वह शिक्षक विहीन स्कूलो में जाकर बच्चों को पढ़ा रही हैं।
शिक्षक विहीन प्राथमिक विद्यालयों व बालिका इंटर कालेज रुद्रप्रयाग में शिक्षण कार्य करते हुए वे छात्राओं को मुख्य धारा से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं। वे प्राइमरी स्कूलों के गरीब छात्रों को जवाहर नवादेय विद्यालय व सैनिक विद्यालय में प्रवेश के लिए तैयार करवा रही हैं। पंतनगर यूनिवर्सिटी से पास आउट ऊषा घिल्डियाल को उनके पति मंगेश घिल्डियाल से इस नेक कार्य की प्रेरणा मिली।

इस साल जून में जब बतौर जिलाधिकारी मंगेश ने बालिका इंटर कालेज रुद्रप्रयाग का निरीक्षण किया तो उन्हें जानकारी मिली कि विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है। उन्होंने यह बात अपनी पत्नी ऊषा घिल्डियाल को बताई तो वे बालिका इंटर कालेज में निशुल्क पढ़ाने के लिए तैयार हो गईं।उनके इस समर्पण भाव के चलते उनकी खूब सराहना हो रही है।

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