वन दरोगा समेत जिन भर्तियों के पेपर हुए लीक, उन पर 15 दिन में होगा फैसला..
प्रदेश में पेपर लीक का शिकार हुई स्नातक स्तरीय, वन दरोगा सहित ऐसी परीक्षाएं, जिनकी जांच एसटीएफ कर रही है उन पर निर्णय इसी महीने हो जाएगा। वही आयोग ने वायरल हो रहे सोशल मीडिया ऑडियो को भी नकली करार दिया है। आपको बता दे कि आयोग की स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा का पहला पेपर लीक सामने आया है। इसके बाद सचिवालय सुरक्षा संवर्ग गार्ड भर्ती और वन निरीक्षक पेपर लीक का भी पता चला।
उत्तराखंड: प्रदेश में पेपर लीक का शिकार हुई स्नातक स्तरीय, वन दरोगा सहित ऐसी परीक्षाएं, जिनकी जांच एसटीएफ कर रही है उन पर निर्णय इसी महीने हो जाएगा। वही आयोग ने वायरल हो रहे सोशल मीडिया ऑडियो को भी नकली करार दिया है। आपको बता दे कि आयोग की स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा का पहला पेपर लीक सामने आया है। इसके बाद सचिवालय सुरक्षा संवर्ग गार्ड भर्ती और वन निरीक्षक पेपर लीक का भी पता चला। हालांकि एसटीएफ इनकी जांच कर रही है, लेकिन अभी तक इन भर्तियों पर रोक नहीं लगी है। आवेदक लगातार मांग कर रहे कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए भर्तियां रद्द न की जाएं।
इसी असमंजस के बीच भाजपा नेता रवींद्र जुगरान ने आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया से मुलाकात की। चेयरमैन मर्तोलिया का कहना हैं कि इन भर्तियों को लेकर एसटीएफ की जांच काफी हद तक पूरी हो चुकी है। सीमित जांच चल रही है। जिनकी जांच एसटीएफ कर रही, उन पर ही आयोग पहले फैसला लेगा। बताया कि सभी विवादित भर्तियों पर 15 दिनों में निर्णय लिया जाएगा।
ऑडियो फर्जी, निर्णय होता तो आयोग को पता होता..
भाजपा नेता जुगरान ने आयोग अध्यक्ष मर्तोलिया को सोशल मीडिया में वायरल हो रहे ऑडियो की जानकारी दी। ये अफवाहें ऐसी हैं कि जिसमें कहा जा रहा हैं कि कार्मिक और न्याय विभाग ने कुछ परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। इससे कई उम्मीदवार हैरान है। इस पर आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि यह एक अफवाह है। अगर ऐसा कोई निर्णय होता तो आयोग के संज्ञान में जरूर आता।
