बीडीसी के सदन में ध्वनिमत से स्थायी राजधानी गैरसैंण का प्रस्ताव पारित
ब्लॉक प्रमुख जगमोहन रौथाण ने पढ़कर सुनाया प्रस्ताव
अगस्त्यमुनि। राज्य के सबसे बड़े विकासखंड अगस्त्यमुनि (मंदाकिनी) में स्थायी राजधानी गैरसैंण का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हुआ। सदन में उपस्थित लगभग डेढ़ सौ जनप्रतिनिधियों ने गैरसैंण राजधानी आंदोलन का समर्थन करते हुए संघर्ष समिति की लड़ाई को मुक़ाम तक पहुँचाने का संकल्प लिया। उत्तराखंड राज्य में यह पहली बार हुआ, जब जनप्रतिनिधियों ने गैरसैंण राजधानी की माँग को लेकर प्रस्ताव पारित किया है।
अगस्त्यमुनि ब्लॉक सभागार में आयोजित बीडीसी बैठक में ब्लॉक प्रमुख जगमोहन रौथाण ने जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षरयुक्त प्रस्ताव पढ़कर सभी सदस्यों को सुनाया। जिसका जनप्रतिनिधियों ने मेज़ थप-थपाकर समर्थन किया। ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि पर्वतीय प्रदेश की राजधानी गैरसैंण में होनी चाहिए। जन भावना भी गैरसैंण के पक्ष में है। इस मौक़े पर ज्येष्ठ प्रमुख प्रबल नेगी, कनिष्ठ प्रमुख पुष्पा डिमरी, ज़िला पंचायत सदस्य योग़म्बर नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुमन तिवारी, डॉ योग़म्बर सिंह नेगी, प्रधान संगठन की ब्लॉक अध्यक्ष देवेश्वरी थपलियाल, प्रदीप मलासी समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
वहीं आंदोलनकारी शत्रुघ्न सिंह नेगी, सत्यपाल सिंह नेगी, रमेश बेंजवाल, पुरुषोत्तम चंद्रवाल, राय सिंह रावत, रमेश नौटियाल, दीपक बेंजवाल, अनसूया प्रसाद मलासी, भूपेन्द्र नेगी, नरेश भट्ट, कुलदीप राणा, मोहित डिमरी समेत अन्य आंदोलनकारियों ने बीडीसी बैठक में प्रस्ताव पारित होने की घटना को ऐतिहासिक बताया।