उत्तराखंड

हरियाली खेल महोत्सव में ग्रामीणों की विधायक के साथ नोकझोंक..

गुस्साये लोगों ने फाड़ डाले विधायक के पोस्टर..

विधायक ने पूर्व प्रधान को दी जेल भेजने की धमकी..

 

 

रुद्रप्रयाग:  हरियाली खेल महोत्सव में विधायक रुद्रप्रयाग को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने मोटरमार्ग का निर्माण न होने पर विधायक के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की और महोत्सव में लगे विधायक के सभी फोस्टर फाड़ डाले। इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। बता दें कि नव युवक मंगल दल जसोली की ओर से हरियाली खेल महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ करने विधायक भरत सिंह चैधरी पहुंचे थे, लेकिन इस दौरान ग्वाड़ के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल पूर्व प्रधान रतन सिंह के नेतृत्व में जीआईसी-चमकोट सड़क निर्माण को लेकर विधायक के पास पहुंचा।

 

अचानक से पूर्व प्रधान और विधायक के बीच गहमागहमी हो गई। बताया जा रहा है कि विधायक ने पूर्व प्रधान को जेल में डालने तक की धमकी दे डाली, जबकि उन्होंने यह भी कहा कि इस सड़क का निर्माण कभी नहीं होगा और वह इस सड़क का निर्माण होने नहीं देंगे। जिसके बाद विधायक वहां से चले गए। इसके बाद ग्रामीणों ने महोत्सव में लगे विधायक के पोस्टर फाड़ डाले।

 

घटना के बाद से मामला पूरी तरह राजनीति से देखा जा रहा है। जसोली में खेल महोत्सव का आयोजन युवक मंगल दल ने किया। समिति से बात करने से पता चला कि विधायक भरत सिंह चैधरी ने इस पूरे आयोजन के लिए एक लाख रपये की धनराशि दी है, जिसमें खेल महोत्सव समिति द्वारा विधायक के पोस्टर यहां लगाए गए। जसोली की प्रधान अर्चना चमोली ने विधायक के पोस्टरों में फोटो लगाने से मना किया और उन्होंने अपनी फोटो आयोजकों को नहीं दी। उन्होंने कहा कि वे कार्यक्रम में मौजूद नहीं थी, लेकिन ग्रामीण बाद में उनके पास आये थे।

 

 

 

ग्रामीणों ने उन्हें पूरी घटना से वाकिफ करवाया। उन्होंने कहा कि विधायक को जनता ने चुना है और उन्हें जनता पर पॉवर नहीं दिखानी चाहिए। अगर जनता ने किसी भी तरह की गलती की थी तो इस पर संयम बरतते हुए बात की जानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने जनता को जेल में डालने की धमकी दी और अनाप-शनाप शब्दों का प्रयोग भी किया, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा जिस सड़क की मांग के लिए ग्रामीण उनके पास गये थे, वह ग्वाड़ के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण सड़क है।

 

बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जबकि आंगनबाड़ी केंद्र तक बच्चों को ले जाने में भारी दिक्कतें होती हैं। लंबे समय से इस सड़क की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक मार्ग का निर्माण कार्य नहीं हो सका है। वहीं पूरे मामले में विधायक भरत सिंह चैधरी ने कहा कि उन्होंने किसी भी ग्रामीण को किसी भी प्रकार की धमकी नहीं दी है। सड़क को लेकर वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। एक पूर्व प्रधान है, जो काफी आपराधिक प्रवृत्ति का है, जिसके द्वारा एक एजेंडे के तहत बदतमीजी की जा रही थी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधान ने कई निर्माण कार्यो में गबन किया है, जिसको लेकर जेल में भेजने की बात कही गई। विधायक ने कहा वे जसोली के विकास को लेकर हमेशा कटिबद्ध हैं।

 

 

 

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