जखवाड़ी की टीम रही उपविजेता..
घंडियाल जन जागरण समिति और नव युवक मंगल दल गेंठाणा की ओर से आयोजित हुआ टूर्नामेंट..
रुद्रप्रयाग: विकासखंड जखोली के बांगर क्षेत्र में घंडियाल जन जागरण समिति और नव युवक मंगल दल गेंठाणा की ओर से आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला तिलवाड़ा-सुमाड़ी और जखवाड़ी के बीच खेला गया, जिसमें तिलवाड़ा-सुमाड़ी की टीम विजेता रही, जबकि उप विजेता का ख़िताब जखवाड़ी की टीम को मिला।
विकासखंड जखोली के बांगर क्षेत्र के घण्डियाल जन जागरण क्रिकेट स्टेडियम गेंठाणा बाँगर में आयोजित स्वर्गीय विजेन्द्र सिंह मेंगवाल (पिंकी) मेमोरियम क्रिकेट टूर्नामेंट में 48 टीमों ने प्रतिभाग किया था। फाइनल मुकाबला लाटा बाबा क्रिकेट क्लब सुमाड़ी-तिलवाड़ा और बोया राजा क्रिकेट क्लब जखवाड़ी बाँगर के बीच खेला गया। जखवाडी के कप्तान सतवीर पंवार ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। लाटा बाबा क्रिकेट क्लब तिलवाड़ा-सुमाड़ी ने निर्धारित 15 ओवर में 189 रन बनाए। जिसके जवाब में जखवाड़ी की 106 रन ही बना पाई। टीम सुमाड़ी-तिलवाड़ा की ओर से मोंटी और आशीष के बीच पहले विकेट के लिए शतकीय पारी खेली गई। मोंटी ने 28 गेंदों में 51 रन बनाए और उन्हें मैन ऑफ द मैच दिया गया। इस प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ बलेबाज भी मोंटी को चुना गया। आशीष ने 31 गेंदों में 53 रन बनाए और परी ने भी अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते हुए 12 गेंदो में 42 रन का योगदान दिया।
प्रतियोगिता में मैन ऑफ द सीरीज का ख़िताब गिरीश को दिया गया। बेस्ट विकेट कीपिंग का अवॉर्ड सचिन रमोला, सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज मोहन सिंह मेंगवाल,बेस्ट फिल्डिंग से संदीप मेंगवाल को नवाजा गया। मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी दी। विजेता टीम को 31 हजार और उप विजेता टीम को 15 हजार रुपए की नगद धनराशि भी दी गई।
इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य महावीर पंवार, भूपेंद्र भंडारी, ग्राम प्रधान सरवीर मेंगवाल, घंडियाल जन जागरण समिति के अध्यक्ष प्रबल मेंगवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश शाह, नवयुवक मंगल दल अध्यक्ष प्रकाश सिंह, तिलवाड़ा टीम के कप्तान संजय रावत, जितेंद्र मेंगवाल, देवेंद्र कंडारी, प्रदीप सिंह, महिपाल सिंह, गंभीर सिंह, रणजीत सिंह, राकेश सिंह, मोहन सिंह, मकान सिंह, विक्रम सिंह, हिम्मत सिंह, पाल सिंह, रघुवीर सिंह, विनोद सिंह, विजयपाल सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।