गुड न्यूज़- ऋषिकेश पहुंचने पर पर्यटकों के लिए ये एप बनेगा मददगार..
पार्किंग से लेकर हर सुविधा की मिलेगी जानकारी..
नगर निगम, नगर पालिका मुनि की रेती ढलवाला और नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक क्षेत्र में आने वालों की सुविधा के लिए जल्द ही सिटी एप उपलब्ध होगा।
उत्तराखंड: नगर निगम, नगर पालिका मुनि की रेती ढलवाला और नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक क्षेत्र में आने वालों की सुविधा के लिए जल्द ही सिटी एप उपलब्ध होगा। इस योजना को 1600 करोड़ रुपये की राशि में राष्ट्रीय सरकार ने अपनी स्वीकृति दे दी है।
अगर योजना परवान चढ़ी तो इस एप से यात्री अपने स्थान के आसपास पार्किंग, शौचालय, मेडिकल, अस्पताल, प्याऊ, पुलिस चौकी, सरकारी कार्यालय, व्यापारिक संस्थान, गंगा घाट, मंदिर सहित अन्य तीर्थ स्थल आदि की जानकारी ले सकेंगे। साथ ही यात्री पार्किंग पर अपना वाहन पार्क कर इलेक्ट्रिक व्हीकल से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
वित्त एवं विधायी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एकीकृत अवस्थापना विकास परियोजना को भारत के आर्थिक कार्य मंत्रालय द्वारा 1600 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया है।
बुधवार को विधायी मंत्री अग्रवाल ने एडिशनल प्रोग्राम डायरेक्टर उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलेपमेंट विनय मिश्रा के साथ मिलकर इस योजना को लेकर चर्चा की। जिस पर विनय मिश्रा ने कहा कि नगर निगम ऋषिकेश, नगर पालिका मुनिकीरेती ढालवाला और नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक के लिए बनी परियोजना को भारत के आर्थिक कार्य मंत्रालय ने स्वीकृति प्रदान की है।
परियोजना के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार का वित्तीय अनुपात 80:20 प्रस्तावित है। इसमें भारत सरकार की ओर से यूरोपीय वित्त पोषण संस्था केएफडब्लू को 160 मीलियन यूरो की सहायता के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इस परियोजना के तहत नगर निगम, मुनि की रेती, स्वर्गाश्रम क्षेत्र में एक सिटी एप कार्य करेगा।
आपको बता दे कि परियोजना के तहत पेयजल आपूर्ति प्रणाली, पेयजल मीटर वर्षाजल प्रबंधन, बाढ़ सुरक्षा सार्वजनिक स्वच्छता सुविधाएं, स्मार्ट शहरी स्थल परिधान, सामान कक्ष, प्रतीक्षालय, घाट और व्यापारिक स्थल का विकास, सड़कें और यातायात प्रबंधन भूमिगत उपयोगिता, नालि नागरिक सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विकसित एकीकृत नियंत्रण, आदेश केंद्र, स्मार्ट स्तंभ, ऊर्जा बचत के लिए उपकरणों की स्थापना, परिवहन केंद्र, बस टर्मिनल और पार्किंग इत्यादि के कार्य किए जाने हैं।