उत्तराखंड

जिलाधिकारी के आदेशों को अभियंताओं ने दिखाया ठेंगा…

ऊखीमठ-उनियाणा-रांसी मोटरमार्ग बना है जानलेवा…

डीएम के निर्देश के बाद भी नहीं हुआ मार्ग दुरूस्त..

रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की अनदेखी के कारण ऊखीमठ-उनियाणा-रांसी मोटरमार्ग जानलेवा बना हुआ है। मोटर मार्ग कई स्थानों पर गड्डों में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर सफर करना पड़ रहा है। विगत दिनों जिलाधिकारी ने राऊलैंक गांव के भ्रमण के दौरान अधिकारियों को मार्ग दुरूस्त करने के निर्देश दिये थे, मगर विभागीय अधिकारी जिलाधिकारी के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं।

विदित हो कि ऊखीमठ-उनियाणा-रांसी मोटरमार्ग के डामरीकरण व चैड़ीकरण के नाम पर करोड़ों रूपये पानी की तरह बहाया गया है। मोटर मार्ग पर हुए डामरीकरण व चैड़ीकरण का कार्य सही न होने से मार्ग अधिकांश स्थानों पर जानलेवा बना हुआ है। ऐसे में मदमहेश्वर घाटी के पाली, सरूणा, फापंज, मनसूना, गिरीया, गैड, गडगू, बुरूवा, राऊलैंक, जग्गी बगवान, उनियाणा, रांसी व गौण्डार के ग्रामीणों को जान-जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। विगत दिनों जिलाधिकारी के मदमहेश्वर घाटी भ्रमण के दौरान विभागीय अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए शीघ्र मार्ग को दुरूस्त करने के निर्देश दिये गये थे, मगर आज तक मार्ग को सही नहीं किया गया है।

प्रधान पुष्पा देवी, नरोत्तम धिरवाण, सरिता देवी, सरिता नेगी, सरिता पंवार ने कहा कि विभाग की अनदेखी के कारण मार्ग पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। विभागीय अभियंता जिलाधिकारी के आदेशों को भी नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही विभाग ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया तो जनता को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।

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