दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ
रुद्रप्रयाग। जनपद में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को कम्प्यूटरीकृत किये जाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने किया। उत्तराखण्ड राज्य में नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की अधीन संचालित सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों में वितरित किये जाने वाले खाद्यान्न के भुगतान के लिए डिजिटल एवं नगद रहित व्यवस्था किये जाने को लेकर उचित दर मूल्य विक्रेताओं की दुकानों को सीएससी के रूप में विकसित किये जाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में सीएससी प्रतिनिधि द्वारा जनपद के समस्त उचित मूल्य दर विक्रेताओं को प्रशिक्षण दिया गया। उचित मूल्य दर विक्रेताओं को आजीविका संवर्द्धन के लिए सीएससी स्थापित करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सीएससी प्रतिनिधि पन्द्रह दिन बाद पुनः विक्रेताओं को आॅनलाइन प्रशिक्षण दें एवं प्रशिक्षण कार्य समय पर पूर्ण किया जाय। आॅनलाइन खाद्यान्न का वितरण किये जाने में कोई समस्या उत्पन्न न हो।
जिलाधिकारी द्वारा उचित दर मूल्य विक्रेताओं को सीएससी रूप में विकसित किये जाने एवं सीएससी की उपयोगिता संबंध में दिशा-निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खाद्यान्नों को तोलकर वितरण कर निरन्तर समीक्षा किये जाने तथा आधार, बैंक, मोबाइल नम्बर समयान्तर्गत लिंक किये जाने के लिए निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने राज्य खाद्य योजना अन्तर्गत सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के बैक खाते में डीबीटी के माध्यम से स्थान्तरित किये जाने के लिए निर्देश दिये गये। कार्यशाला के प्रथम दिन जनपद के राजकीय अन्न भण्डार रुद्रप्रयाग, घोलतीर, चोपता, मयाली, पौठी एवं बसुकेदार के विक्रेताओं को प्रशिक्षण दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाये जाने के लिए लैपटाॅप, पिं्रटर, एवं पीओसी मशीन वितरण किये गये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी, जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली, पूर्ति निरीक्षक महिपाल सिंह राणा, विजय कुमार, वीरेन्द्र सिंह नेगी सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।