स्पर्श गंगा की टीम ने किया जिला अस्पताल में रक्तदान , दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने लिया शिविर में भाग
रुद्रप्रयाग। जीवन रूपी इस शरीर को चलाने के लिए जिस रक्त की आवश्यकता पड़ती है उसे न तो इंसान बना सकता है और ना ही बना पाया है, लेकिन यह सच है की किसी भी इंसान के अंदर रक्त की कमी को दूसरे इंसान के रक्त से पूरा किया जा सकता है। देशभर में रक्तदान के लिए नाको, रेडक्रास जैसी कई संस्थाएं लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है।
इसी कड़ी में स्पर्श गंगा अभियान की टीम ने जिला चिकित्सालय में रक्तदान कर लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। अस्पताल में अधिक रक्त संग्रह की व्यवस्था न होने के कारण स्पर्श गंगा के दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया। जिला संयोजक प्रवीन सिंधवाल ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है। जो व्यक्ति रक्त को दान करते हैं, उनके रक्तदान से कई जिंदगियों को बचाया जाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।
आज सभी शिक्षित एवं सभ्य समाज के नागरिक हैं, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं। इस मौके पर प्रवीन सेमवाल, नितेश सेमवाल, सूरज नौटियाल, अंकित राणा, रजनीश सकलानी, अजय कप्रवाण, प्रवीन सेमवाल, सुभम सेमवाल, दीपक सिलोड़ी, रमेश भट्ट, बिपिन खन्ना, अरुण कप्रवाण, पंकज गोस्वामी सहित कई मौजूद थे।