आपदा से निपटने के लिये प्रशासन अलर्ट जगह-जगह तैनात की गई हैं टीमें ,जिले में बारिश और भूस्खलन का सिलसिला जारी
रुद्रप्रयाग। किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिये प्रशासन तैयार है। जगह-जगह प्रशासन ने एसडीआरएफ, पुलिस और पीआरडी जवानों को तैनात किया है। इसके अतिरिक्त जिला आपदा प्रबंधन तंत्र को भी मजबूत किया गया है। बारिश और भूस्खलन की हर खबर पर प्रशासन की पैनी नजर है।
जिले में बारिश और भूस्खलन का सिलसिला जारी है। बारिश के चलते अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के जल स्तर में भी वृद्धि हो रही है। बारिश के कारण आम जन-जीवन भी प्रभावित हो गया है। बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर सुबह से सांय तक बार-बार आवाजाही प्रभावित हो रही है। बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले एक दर्जन से अधिक मोटरमार्ग भी बंद पड़ गये हैं। कई ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति विगत कई दिनों से ठप पड़ी हुई है। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ यात्रा, द्वितीय केदार मदमहेश्व और तृतीय केदार तुंगनाथ की यात्रा पर भी बारिश का बुरा प्रभाव पड़ा है। यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है।
बारिश और आपदा से निपटने के लिये प्रशासन ने जिला मुख्यालय में आपदा कंट्रोल रूम की स्थापना की है। केदारनाथ यात्रा के पड़ावों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। जिससे केदारनाथ और केदारनाथ यात्रा पड़ाव पर होने वाली हरेक गतिविधि, बारिश और भूस्खलन की जानकारी रखी जा रही है। जबकि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन ने अपनी एसडीआरएफ, पुलिस, पीआरडी और आपदा प्रबंधन की टीमें तैनात की हैं।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि सभी एसडीएम और तहसीलदारों के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं। फिलहाल छुटटी पर भी रोक लगा दी गई है। जिले के हर क्षेत्र में आपदा के दृष्टिगत प्रशासन की टीमें तैनात की गई हैं।