उत्तराखंड

म्येरी बामणी के विवाद पर लोक गायक नवीन सेमवाल ने दी सफाई

म्येरी बामणी के विवाद पर लोक गायक नवीन सेमवाल ने दी सफाई एक हफ्ते में पांच लाख लोग देख चुके हैं गाना , कई अलबमों और फिल्मों में हुआ है बामण और बामणी शब्द का उपयोगः सेमवाल

रुद्रप्रयाग। हास्य कलाकार व लोक गायक नवीन सेमवाल और लोक गायिका हेमा नेगी करासी का ‘मेरी बामणी’ गीत यूटूब पर धमाल मचा रहा है। सिर्फ एक हफ्ते में ही इस गाने को पांच लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। इस गाने को उत्तराखंड ही नहीं देश-विदेश में रह रहे प्रवासी भी पसंद कर रहे हैं।

इस गाने में बामणी शब्द को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई है। इस पर नवीन सेमवाल का कहना है कि वह रुद्रप्रयाग में रहते हुए 56 किलोमीटर दूर फाटा में जाकर अपनी पैतृक जजमानी करते हैं और दक्षिणा स्वरूप जो कुछ भी जजमान से मिलता है, वो आने जाने के किराये व अन्य खर्चों में लग जाता है। इसी बात पर पत्नी (बामणी) के साथ विवाद हो जाता था कि जब कुछ पैसे बचते ही नहीं तो जजमानी में जाते ही क्यों हो। बस एक कलाकार और रचनाकार होने के नाते इस गीत को लिखने का ख्याल आया और ये गीत उनके (बामण) और उनकी पत्नी (बामणी) के बीच का संवाद है। कोई इसके अपने मायने न निकाले और ना ही राजनीति करे। पूर्व में गढ़वाली फिल्मों और एलबमों में भी बामण, बामणी शब्दों का प्रयोग हुआ है, जिसमें घरजवैं फीचर फिल्म में ‘छोटा बड़ो को भेद, ना ठाकुर-बामण जात-पात’, सतमंगल्या फीचर फिल्म का ‘रात दिन म्येरी बामणी रखदू त्येरू ख्याल’, भाना बामणी एल्बम का ‘भैर और दौं म्येरी भाना बामणी’ और गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी द्वारा गाये गीत तीलू बाखरी में ‘बामणों का बामण खोल्दा’ शब्दों का प्रयोग हुआ है।

लोक गायकों का कहना है कि जब इस गीत का वीडियो सामने आयेगा, तब विरोध करने वाले लोग ही सबसे पहले बधाई देंगे। म्येरी बामणी के हिट होने पर लोक गायक नवीन सेमवाल और हेमा नेगी करासी ने सभी लोगों का धन्यवाद भी ज्ञापित किया। नवीन सेमवाल ने बताया कि इस गाने में संगीत विनोद चैहान, रिदम सुभाष पांडे, कैमरा युवी नेगी, रिकॉर्डिस्ट पवन गुसाईं और मुख्य सहयोग संयज नेगी, संगीता थलवाल, दीपक राज, मनीष कुमार, कुलदीप कप्रवाण, अजय नौटियाल व मनोज गुसाईं का रहा।

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