जंगलों को धधकता छोड़ वापस लौट गए वायुसेना के हेलीकॉप्टर..
उत्तराखंड: धधकते जंगलों की आग बुझाना छोड़ वायुसेना के दोनों हेलीकॉप्टर वापस लौट गए हैं। कुमाऊं मंडल में तो हेलीकॉप्टर आग बुझाने के लिए एक राउंड भी नहीं लगा पाया। राज्य के जंगलों में भड़क रही आग पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दो हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ के जवान भेजने का आग्रह किया था। केंद्र ने चार अप्रैल को दो हेलीकॉप्टर भेजे, इनमें एक गढ़वाल तो दूसरा कुमाऊं मंडल में आग बुझाने के लिए भेजा गया था।
जहा गढ़वाल मंडल में तैनात हेलीकॉप्टर ने टिहरी झील से पानी लेकर जंगलों में आग बुझाने को छह राउंड जरूर लिए, पर वही कुमाऊं मंडल में हेलीकॉप्टर एक भी उड़ान नहीं भर पाया। मुख्य वन संरक्षक (फारेस्ट फायर) मान सिंह का कहना हैं कि जंगलों की आग काफी हद तक काबू में आने पर तीन दिन बाद इन्हें वापस भेज दिया है। अलबत्ता, एनडीआरएफ की तीन टुकड़ियां अभी भी नैनीताल, यूएसनगर और पौड़ी में तैनात की गई हैं।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगी आग से 21.65 हेक्टेयर जंगलों को नुकसान पहुंचा है। 12 घंटे के दौरान जंगलों में आग लगने की 24 घटनाएं दर्ज की गईं। इसमें सबसे ज्यादा 21 स्थानों पर गढ़वाल के जंगलों में आग धधकी। वहीं, एक अप्रैल से अब तक जंगलों की आग से 1248.12 हेक्टेयर जंगल जला है।