धुएं में दम घुटने से दो युवकों की हुई मौत..
उत्तराखंड: रुद्रपुर में चस्का स्वीट्स एंड रेस्टोरेंट के कारीगरों की कोयले के धुंए से मौत होने के बाद दो परिवार शोक में डूब गए हैं। मरने वाले एक युवक भूपसिंह मोहल्ला निवासी संजीव की शादी अगले महीने मुरादाबाद में होनी थी। मगर उससे पहले काल ने उसे अपने पास बुला लिया।
जसपुर के मोहल्ला भूपसिंह निवासी संजीव (22), उसका भाई अनुपम और पड़ोसी आकाश (23) दिनेशपुर के जयनगर नंबर चार में जगदीप सिंह के चस्का स्वीट्स रेस्टोरेंट में काम करते थे। बृहस्पतिवार शाम तीनों युवकों ने पहले कमरे के बाहर आग जलाकर हाथ सेके और फिर तसले (अंगीठी) में जले हुए कोयले लेकर कमरे में सोने चले गए। कमरे की खिड़कियां भी बंद थीं।
संजीव अपने भाई अनुपम और दोस्त आकाश के साथ 4 महीने पहले रुद्रपुर के एक होटल में काम करने गए थे। पहले वह जसपुर में भी कई होटलों में काम कर चुका है आकाश के माता पिता भी मजदूरी का काम करते हैं।बृहस्पतिवार शाम तीनों युवकों ने पहले कमरे के बाहर आग जलाकर हाथ सेके और फिर तसले (अंगीठी) में जले हुए कोयले लेकर कमरे में सोने चले गए। कमरे की खिड़कियां भी बंद थीं। शुक्रवार की सुबह रेस्टोरेंट स्वामी रेस्टोरेंट में पहुंचा तो तीनों कर्मचारी नदारद थे।
उसने जाकर देखा तो कमरा अंदर से बंद था। संदेह होने पर उसने दरवाजा तोड़कर देखा तो तीनों बेसुध पड़े थे। उसने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने संजीव और आकाश को मृत घोषित कर दिया। अनुपम की हालत गंभीर होने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिनेशपुर थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि परिजन शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे लेकिन एहतियातन पोस्टमार्टम कराने के बाद ही शव परिजनों के सुपुर्द किए गए। इधर, एक ही गांव के दो युवकों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है।
बेटों की मौत से माँ को रखा अंजान..
संजीव और आकाश की मौत से दोनों की माँ को देर शाम तक अंजान रखा गया। आकाश के पिता राजकुमार ने बताया कि उनकी पत्नी हार्ट की मरीज है। जैसे ही उन्हें बेटे की मौत की खबर हुई तो वह अस्पताल पहुंच गए। पत्नी से बेटे की तबीयत खराब होने की बात कही। वहीं, संजीव की माँ को भी देर शाम तक जानकारी नहीं दी। जैसे ही दोनों के शव घर पहुंचे तो दोनों की माँ बेसुध हो गईं।
कार्बन मोनोऑक्साइड से दम घुटने का खतरा..
एसीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक ने बताया कि कोयले के धुएं से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बेहद घातक होती है। इससे दम घुटने का खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि रात को सोते समय कमरे में अंगीठी आदि न जलाएं। यदि जला भी रहे हैं तो सोते समय अंगीठी कमरे से बाहर रख दें।
