जनपद को विकसित करने को लेकर बैठक
रुद्रप्रयाग। जिला कार्यालय सभागार में जिले को आदर्श जनपद के रूप में विकसित करने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंड अप इण्डिया, पीएमईजीपी आदि ऋण एवं योजनाओं तथा किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने के लिए कृषि क्षेत्र की अनुषंगी गतिविधियों के अन्तर्गत अधिकाधिक वित्त पोषण करने के साथ ही ऋण जमानुपात में अपेक्षित वृद्धि के लिए कार्ययोजना तैयार की कई।
बैठक में जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने कहा कि शासन ने जनपद को आदर्श जनपद के रूप में विकसित करने के लिए चुना है और हमारा लक्ष्य है कि हम सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरने में सफल साबित हो। कहा कि नाबार्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी आम जनमानस तक दी जाए, जिससे ग्रामीण योजना का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि किसान को मजबूत करना सबसे पहली प्राथमिकता हमारी होगी और इसके लिए बैंकों की सहभागिता सबसे जरूरी है। कहा कि बैंक किसानों को ऋण उपलब्ध कराए। सहकारी बैंक द्वारा दो प्रतिशत पर ब्याज दिया जा रहा है, लेकिन किसान इस ऋण से क्या कार्य कर रहा है, इसकी माॅनीटरिंग की जाय, ताकि यह पता लग सके कि किसान आर्थिक रूप से पहले से अधिक सशक्त हुआ या नहीं।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पशुपालन, मोनपालन, कृृषि एवं बागवानी के जरिए किसानों को सशक्त किया जा सकता है। इस क्षेत्र में हमे आगे बढने की जरूरत है और यह तभी संभव हो सकता है जब बैंक किसानों को आवश्यकतानुसार बैकिंग ऋण योजना से जोडे़। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से भी हर व्यक्ति को जोडा जाय और यह जरूरी भी है। जो भी व्यक्ति बैंक से जुडता है, उसे बीमा योजना से लाभांवित किया जाय। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 12 रूपए खाताधारक को देना होता है और उसके एवज में दुर्घटना होने पर दो लाख का बीमा मिलता है, इसलिए जो लोग इस योजना से नहीं जुडे हैं, बैंक इस दिशा में सकारात्मक प्रयास करेे। इस मौके पर ऋण जमा अनुपात में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल करने पर कैनरा बैंक, बैंक आॅफ इण्डिया तथा बैंक आॅफ बडौदा को जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने पुरस्कृत किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी, पीडी एनएस रावत, एलडीएम एसएस तोमर सहित विभागीय अधिकारी व बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद थे।