अर्धसैनिकों के शहीद परिवारों को अब 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद, सीएम धामी ने की घोषणा..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अर्धसैनिक बलों के जवानों के परिजनों के लिए एक बड़ा निर्णय लेते हुए घोषणा की है कि ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले अर्धसैनिक बलों जैसे सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी सहित अन्य केंद्रीय सशस्त्र बलों के परिवारों को मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया जाएगा। सीएम ने यह महत्वपूर्ण घोषणा काठगोदाम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की, जहाँ उन्होंने अर्धसैनिक बलों के अतुलनीय योगदान और बलिदान को नमन किया। सीएम धामी ने कहा कि देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अर्धसैनिक बल राज्य और देश के गौरव हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड में बलिदानियों की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में इस माह दस वीर बलिदानियों की स्मृति में स्मारकों की स्वीकृति प्रदान की गई है।
सीएम ने कहा कि ये स्मारक आगामी पीढ़ियों को देश सेवा और बलिदान का संदेश देंगे। केंद्र सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले देश रक्षा सामग्री का विशाल मात्रा में आयात करता था, लेकिन अब भारत 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रक्षा सामग्री का निर्यात कर चुका है। जल्द ही यह आंकड़ा 50 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने इसे देश की सामरिक शक्ति और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। सीएम धामी ने कहा कि जवानों के बलिदान का ऋण कभी चुकाया नहीं जा सकता और न ही उनके परिवारों के जीवन में आई रिक्तता को भरा जा सकता है। लेकिन सरकार उनके परिजनों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का साहस, त्याग और निष्ठा पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
अर्द्धसैनिक बलों के शहीद जवानों के परिजनों को मिलने वाली आर्थिक सहायता बढ़ाने की घोषणा के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी काठगोदाम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भावुक हो गए। संबोधन के दौरान उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि बचपन में वह उनके साथ सेना के बड़े खाने में जाया करते थे। वहीं से उन्हें अनुशासन, अनुभव और कर्तव्यनिष्ठा का पाठ मिला जिसने उनके व्यक्तित्व और जीवन दृष्टिकोण को गहराई से प्रभावित किया। सीएम ने कहा कि बलिदानी सैनिकों के प्रति उनके हृदय में गहरा सम्मान, संवेदनशीलता और समर्पण का भाव है, और यही कारण है कि सरकार शहीदों एवं उनके परिवारों के हित में लगातार कार्य कर रही है। कार्यक्रम में मौजूद पूर्व अर्द्धसैनिकों ने सीएम धामी के समक्ष एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CGHS) की अनुमति तो मिल गई है, लेकिन इसके लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रही है। उन्होंने अनुरोध किया कि भूमि उपलब्ध कराए जाने की दिशा में राज्य सरकार शीघ्र कदम उठाए, ताकि पूर्व सैन्य और अर्द्धसैनिक कर्मी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें।
सीएम की ओर से की गई घोषणाएं..
भविष्य में प्रेजिडेंट पुलिस मेडल-गैलेन्ट्री वीरता पदक से अलंकृत होने वाले अर्द्धसैनिक को एकमुश्त पांच लाख रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी।
पूर्व अर्द्धसैनिक एवं अर्द्धसैनिक की वीर नारी जिसके पास स्वयं की कोई अचल संपत्ति नहीं है उन्हें राज्य में जीवनकाल में एक बार अचल संपत्ति क्रय करने पर स्टांप शुल्क में 25 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी। उत्तराखंड राज्य अर्द्धसैनिक बल कल्याण परिषद को क्रियाशील किया जाएगा। परिषद के लिए पुलिस मुख्यालय में एक कार्यालय कक्ष आवंटित किया जाएगा।
सैनिक कल्याण निदेशालय में उपनिदेशक (अर्द्धसैनिक) एवं बड़े जिलों के जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों में सहायक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी (अर्द्धसैनिक) के एक-एक पद स्वीकृत किए जाएंगे। इसमें पूर्व अर्द्धसैनिक संविदा में नियुक्त किए जाएंगे।
सैनिकों के बच्चों की ही तरह अर्द्ध सैनिक बल के जवानों के बच्चों की शादी के लिए अनुग्रह राशि दी जाएगी।
सीजीएचएस भवन निर्माण हेतु तत्काल प्राथमिकता देते हुए भूमि चयन करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिया।
झूठे नारों को जनता ने नकारा..
काठगोदाम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार चुनाव के दौरान विपक्ष ने झूठ के सहारे राजनीति करने की कोशिश की, लेकिन जनता ने इन नारों और आरोपों को पूरी तरह नकार दिया। उन्होंने कहा कि देश की जनता अब केवल विकास को आधार मानकर निर्णय ले रही है और इसी का परिणाम है कि हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, मध्यप्रदेश, ओडिशा, गुजरात, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सहित देश के अधिकांश राज्यों में भाजपा की सरकारें बन रही हैं। सीएम धामी ने कहा कि विपक्ष के पास जनहित से जुड़े मुद्दे नहीं बचे हैं, इसलिए वे राजनीति में बने रहने के लिए केवल भ्रम फैलाने और आरोप लगाने का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष SIR (सोशल मीडिया इनफ्लुएंस्ड रेहोरिक) की राजनीति कर रहा है, जहाँ तथ्यों से अधिक महत्व झूठ और भ्रामक प्रचार को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है, समझ रही है और इसलिए हर चुनाव में भाजपा को मजबूत विश्वास के साथ चुन रही है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने काठगोदाम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि देश से नक्सलवाद को समाप्त करने में सबसे बड़ा योगदान सीआरपीएफ का है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं और जो नक्सल अभी सक्रिय हैं, उन्हें भी जल्द समाप्त किया जाएगा। मंत्री ने बलिदानी सैनिकों के परिवारों के कल्याण संबंधी महत्वपूर्ण सुधारों की जानकारी देते हुए कहा कि पहले बलिदानी सैनिकों के बच्चों को नौकरी में आवेदन करने की समय सीमा केवल दो साल थी। यदि बच्चा उस समय छोटा होता तो वह आवेदन का लाभ नहीं ले पाता था। प्रदेश सरकार ने इस सीमा को बढ़ाकर पांच साल कर दिया है, जिससे अधिक से अधिक बच्चों को सरकारी नौकरी पाने का अवसर मिलेगा।
कार्यक्रम में कई वीर नायकों और उनके परिवारों को सम्मानित किया गया। विशेष रूप से कश्मीर में तीन साल की सेवा के दौरान बलिदान हुए बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर कुमार की वीर नारी गीतांजलि बमेठा और पराक्रम पदक से सम्मानित सीआरपीएफ के एएसआई हीरा बल्लभ भट्ट की वीर नारी समता भट्ट को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंच पर सम्मानित किया। सीएम ने कहा कि यह सम्मान केवल पुरस्कार नहीं, बल्कि बलिदानी सैनिकों और उनके परिवारों के अदम्य साहस, समर्पण और सेवा भावना को सलाम है। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति सरकार पूरी तरह संवेदनशील और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार न केवल जवानों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए योजनाएँ चला रही है, बल्कि उनके सम्मान और सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने के लिए भी हर संभव कदम उठा रही है।