जम्मू-कश्मीर में देश की सीमा पर उत्तराखंड का एक और जवान प्रदीप रावत शहीद हो गया। वह सीमा पर दुश्मन की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंग के फटने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
देहरादून : मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए सोमेश्वरनगर, ऋषिकेश के 28 वर्षीय जवान प्रदीप सिंह रावत की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। 04 गढ़वाल राइफल में तैनात लांसनायक प्रदीप सिंह रावत जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में तैनात थे। मुख्यमंत्री ने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुख की इस घड़ी में उनके परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
प्रदीप रावत सीमा के पास एक बारूदी सुरंग के विस्फोट में घायल हो गए थे, जिसके बाद सैन्य चिकित्सालय में उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। रविवार दोपहर करीब 12:00 बजे एक सैन्य अभियान के दौरान सीमा पर दुश्मन की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंग के फट जाने से प्रदीप रावत गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें सैन्य वाहन से पहले नजदीकी अस्पताल और फिर हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया। शाम करीब 4 बजे हायर सेंटर में पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शहीद प्रदीप रावत मूल रूप से बैराई गांव पट्टी दोगी टिहरी गढ़वाल के रहने वाले हैं। शहीद प्रदीप रावत के पिता कुंवर सिंह रावत सेना से रिटायर्ड हैं, वर्तमान में वह एम्स में कार्यरत है। शहीद प्रदीप रावत तीन बहनों के इकलौते भाई थे। करीब डेढ़ साल पहले ही प्रदीप रावत की शादी हुई थी।
उनके चाचा वीर सिंह रावत ने बताया कि सेना के कमांडिंग ऑफिसर ने उन्हें फोन पर उनके शहीद होने की जानकारी दी। प्रदीप रावत की शहदात की सूचना के बाद घर पर कोहराम है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद के घर पर पहुंचकर उनके पिता कुंवर सिंह रावत को सांत्वना दी।