नई दिल्ली: सेंचुरियन में दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका द्वारा दिए गए 119 के आसान विजयी लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम
एक आसान जीत की ओर बढ़ रही है. और भारत ने लंच होने के समय तक 19 ओवर में 1 विकेट पर 117 रन बना लिए हैं. शिख धवन 51 और विराट कोहली 44 रन बनाकर विकेट पर टिके हुए हैं. मतलब भारत को लंच के बाद जीत के लिए सिर्फ 2 रन और बनाने होंगे. लेकिन अंपायरों की लंच की घोषणा से विराट कोहली काफी नाराज दिखाई पड़े, लेकिन अंपायरों ने कहा कि वह नियमों के हिसाब से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं. बहरहाल भारतीय पारी में रोहित शर्मा आउट होने वाले इकलौते बल्लेबाज रहे, जिन्होंने 15 रन बनाए.
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका टीम सिर्फ 118 रन पर सिमट गई. भारतीय स्पिनर मेजबान बल्लेबाजो पर कहर बनकर टूटे. और इसकी अगुवाई की दाएं हत्था लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने, जिन्होंने पांच विकेट लिए, तो वहीं कुलदीव यादव ने तीन विकेट लिए. मेजबान टीम के लिए सबसे ज्यादा 25 रन जेपी डुमिनी ने बनाए.
दक्षिण अफ्रीकी पारी में युजवेंद्र और कुलदीप का कहर
भारत से पहले बैटिंग का न्यौता पाने के बाद मेजबान टीम ने सतर्क शुरुआत की. उसे पहला झटका 10वें ओवर में लगा, जब हाशिम अमला 10 रन बनाकर आउट हुए. टीवी रिव्यू में अंपायर ने भुवनेश्वर की गेंद पर हाशिम को विकेट के पीछे कैच करार दिया. इसके बाद 12वें और 13वें ओवर के बीच लगे तीन ऐसे बड़े झटके लगे कि मेजबान टीम इससे आखिर तक उबर ही नहीं की. बंयहत्था क्विंटन डि कॉक को 12वें ओवर की आखिरी गेंद पर युजवेंद्र चहल ने क्या आउट किया कि कुलदीप यादव ने फैंके 13वें ओवर में नए कप्तान एडेन मार्करैम और डेविड मिलकर को आउकर मेजबान टीम को पूरी तरह पटरी से उतार दिया. इसके बाद एक छोर पर जेपी डुमिनी ने 25 रन बनाकर अपनी ओर से पूरी कोशिश की, लेकिन यह कोशिश ऊंट के मुंह में जीरे के समान थी, तो वहीं दूसरे छोर पर युजवेंद्र ने विकेट लेना जारी रखा. नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम का 32.2 ओवरों में बोरिया-बिस्तर बंध गया. भारत के लिए युजवेंद्र के अलावा कुलदीप यादव ने तीन और जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने एक-एक विकेट लिया.
ये चुनौतियां थीं दक्षिण अफ्रीकी टीम के सामने
मैच शुरू होने से पहले ही मेजबान टीम के सामने कई चुनौतियां थीं. चलिए हम इन तीन चुनौतियों के बारे में बताते हैं. हालांकि इन तीनों चैलेंजों के सामने ही मेजबानों की हवा निकल गई.
पहला चैलेंज: दो दिग्गजों की सेवाएं नहीं
मैच में मेजबान टीम को नियमित कप्तान फैफ डु प्लेसिस और एबी डि विलियर्स की सेवाएं नहीं मिल पाएंगी. पहले ही तीन वनडे मैचों से एबी डि विलियर्स को गंवा चुकी मेजबान टीम शेष दौरे से कप्तान फैफ डु प्लेसिस को भी खो चुकी है. अब इस चुनौती से मेजबान टीम कैसे निपटती है, यह देखने वाली बात होगी.
दूसरा चैलेंज: नहीं चल रहा मध्यक्रम
भारत का टॉप ऑर्डर इन दिनों दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है, लेकिन टीम इंडिया इन दिनों मैच मिड्ल ओवरों में जीत रही है. और यह दक्षिण अफ्रीका के लिए एक बड़ी समस्या है. पहले मैच में हाशिम अमला अच्छी तरह से स्पिनर खेलने को नहीं मिले, तो एकमात्र सहज दिखे बल्लेबाज फैफ डु प्लेसिस बाहर हो चुके हैं. आज मेजबान टीम के सामने एक यहा बड़ा चैलेंज है कि इन मुश्किल हालात में वे इस समस्या का समाधान कैसे निकालते है.
तीसरा चैलेंज: पिच बन सकती है समस्या
भारतीय स्पिनरों ने पहले वनडे में दक्षिण अफ्रीकियों को रुला कर रख दिया. कुलदीप यादव की रहस्यमयी गेंदों का जवाब मेजबान बल्लेबाज नहीं ढूंढ सके. एक समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर दो विकेट पर 100 रन था, लेकिन उसके बाद उसने पांच विकेट 79 रन के भीतर खो दिए.
दोनों देशों की फाइनल इलेवन इस प्रकार हैं :
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे, एमएस धोनी, केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल
दक्षिण अफ्रीका: एडेन मार्करैम (कप्तान) हाशिम अमला, क्विंटन डि कॉक (विकेटकीपर), खाया जोंडो, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, क्रिस मोरिस, तबरेज शमसी, कैगिसो रबाडा, मॉर्ने मॉर्कल , इमरान ताहिर