सुमित जोशी
रामनगर। युवाओं का रुझान खेलों की ओर करने की बात राज्य सरकार लगातार कर रही है। लेकिन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर देवभूमि का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों की राज्य सरकार द्वारा की जा रही अंदेखी भी किसी से छिपी नहीं है।
उत्तराखंड सरकार द्वारा इन दिनों खेल महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है। जिस पर तर्क खेलों को बढ़ावा देने का है लेकिन सरकार खेलों के प्रति कितनी सजक है। इसका अंदाजा मंगलवार को हुई प्रेसवार्ता के दौरान बॉडीबिल्डिंग चैम्पियन मुकेश पाल से पूछे गए सवाल के जवाब से लगाया जा सकता है। 2015 में अमेरिका के वर्जीनिया में आयोजित ओपन वर्ड पुलिस गेम में सिल्वर और ब्रांस और अगस्त 2017 में अमेरिका में आयोजित खेलों में दो कांस्य पदक जीत चुके हैं। लेकिन इन दोनों पदकों के लिए राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि इनको अभी तक नहीं दी गई।
बता दें की राज्य सरकारों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को जो प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। जो अन्य राज्यों में खिलाड़ियों को तो प्रदान कर दिया गया है। ऐसे में खेलों को बढ़ावा देने वाली राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है।
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नार्थ इंडिया बॉडी बिल्डिंग चैम्पियनशिप रामनगर में
19 दिसम्बर को होगा आयोजन, नौ राज्यों खिलाड़ी करेंगे प्रतिभाग
रामनगर। उत्तराखंड बॉडी बिल्डिंग एंड फिटनेस ऐसोसिएशन के बैनर तले नार्थ इंडिया बॉडी बिल्डिंग चैम्पियनशिप का आयोजन 19 दिसम्बर को रामनगर में होगा। जिसमें नौ राज्यों के करीब 100 खिलाड़ियों समेत कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे।
मंगलवार को एक रेस्टोरेंट में हुई प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए ऐसोसिएशन के महासचिव मुकेश पाल ने बताया कि चैम्पियनशिप का आयोजन तीन चरणों में होगा। जिसमें प्रथम चरण मिस्टर रामनगर, दूसरा चरण मिस्टर कुमाऊ और मिस्टर नार्थ इंडिया तीन चरण निर्धारित किये गए हैं। उन्होंने बताया कि तीनों चरणों के विजेताओं को दो लाख रुपये की धनराशि, अन्य पुरस्कार समेत फूड सफ्लिमेंट प्रदान किये जाएंगे। साथ ही पाल ने ये भी कहा कि इस प्रतियोगिता के तीनों के विजेताओं को पुलिस में नौकरी दिलाने के लिए भी विभाग से सिफारिश करेंगे। इसके अलावा उन्होंने युवाओं में नशे की लत पर दुख जताया और युवा वर्ग से खेलों से जुड़ने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की है।