आयुष्मान योजना: मरीजों का इलाज करने में देशभर में टॉप उत्तराखंड के अस्पताल..
उत्तराखंड: आयुष्मान भारत” स्वास्थ्य सेवा वितरण के क्षेत्रीय और खंडित दृष्टिकोण से हट कर, एक व्यापक और अपेक्षित स्वास्थ्य सेवा की ओर बढ़ने का प्रयास है। इस योजना का उद्देश्य प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तर पर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली (प्रिवेन्शन, प्रमोशन एवं एंबुलेटरी केयर) को समग्रित रूप से सम्बोधित करना है। आयुष्मान भारत अबाध्य स्वास्थ्य सेवाओं की ओर एक बड़ा क़दम है।
आयुष्मान योजना में इलाज देने के मामले में उत्तराखंड के अस्पताल देश भर में सबसे आगे हैं। सरकारी, प्राइवेट और दूरस्थ श्रेणी के अस्पतालों की सूची में राज्य के अस्पतालों में देश में सर्वाधिक मरीजों का इलाज किया गया है।
जौलीग्रांट स्थित स्वामी राम हिमालयन अस्पताल में अभी तक आयुष्मान योजना के तहत 50 हजार के करीब मरीजों का निशुल्क इलाज हो चुका है। देश के किसी भी अस्पताल में योजना के तहत अभी तक इतने मरीजों का इलाज नहीं हुआ है।
देश भर के एम्स की बात की जाए तो इस श्रेणी में भी ऋषिकेश एम्स पहले स्थान पर है। ऋषिकेश एम्स में अभी तक 30,419 मरीजों का इलाज हो चुका है।
दुर्गम अस्पतालों में भी पिथौरागढ़ का बीडी पांडे जिला अस्पताल देश भर में पहले स्थान पर है। इसमें अभी तक 2706 मरीजों का सफलतापूवर्क इलाज किया गया है। आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को निशुल्क इलाज देने के मामले में उत्तराखंड के अस्पताल टॉप पर हैं। नेशनल हेल्थ एजेंसी की ओर से हाल ही में भेजे गए डेटा के अनुसार प्राइवेट, एम्स और दूरस्थ अस्पतालों की श्रेणी में राज्य के अस्पताल इलाज देने में पहले स्थान पर हैं।