उत्तराखंड

एम्स और मेडिकल कॉलेजों से जुड़ेंगे हेल्थ वेलनेस सेंटर..

एम्स और मेडिकल कॉलेजों से जुड़ेंगे हेल्थ वेलनेस सेंटर..

टेलीमेडिसिन सेवा का होगा विस्तार..

 

 

 

 

 

 

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कहना हैं कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को एम्स और राजकीय मेडिकल कॉलेजों से जोड़ा जाएगा। सरकार ने राज्य में टेलीमेडिसिन सेवा का विस्तार करने का निर्णय लिया है। बता दे कि सोमवार को आईटीडीए सभागार में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर हुए कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है।

 

 

 

 

 

उत्तराखंड: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कहना हैं कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रदेश में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को एम्स और राजकीय मेडिकल कॉलेजों से जोड़ा जाएगा। सरकार ने राज्य में टेलीमेडिसिन सेवा का विस्तार करने का निर्णय लिया है। बता दे कि सोमवार को आईटीडीए सभागार में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर हुए कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को सभी आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर सीएचओ, एएनएम एवं आशा की तैनाती की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग को 50 दिन में 826 एएनएम और 100 दिन में 1,500 नर्सें मिल जाएंगी। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों में जल्द ही 664 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही योग प्रशिक्षकों की भी नियुक्ति की जा रही है।

उनका कहना हैं कि 2025 तक प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी। नगर निगम मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने में आ रही दिक्कतों को दूर किया जाना चाहिए। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य एवं मिशन निदेशक डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि सूबे में टेलीमेडिसिन सेवा बेहतर कार्य कर रही है। जिसका लाभ ग्रामीण क्षेत्र के हजारों लोगों को मिल रहा है। इस सेवा को मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञ डॉक्टरों जोड़ते हुए प्रभावी बनाया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री का कहना हैं कि व्यवस्थाओं को परखने के लिए एक रात मंत्री और उच्च अधिकारी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में गुजारेंगे। 10 जनवरी 2023 तक वह स्वास्थ्य सचिव, महानिदेशक स्वास्थ्य, निदेशक एनएचएम तथा सीईओ राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ हर जिले में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करेंगे, जिसमें मेडिकल कॉलेजों, चिकित्सा इकाइयों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, आयुष्मान भारत योजना, एनएचएम की योजनाओं की समीक्षा होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जनवरी के पहले सप्ताह में दो दिवसीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर का आयोजन होगा, जिसमें देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव समेत एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर भाग लेंगे। शिविर में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर चर्चा की जाएगी।

 

 

 

 

 

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