सड़क, पानी और पर्यटक आवास गृह की समस्या से कराया अवगत
पर्यटन और पेयजल मंत्री से भी की मुलाकात, समस्याओं के निस्तारण की मांग
रुद्रप्रयाग। विकासखण्ड ऊखीमठ में फैली समस्याओं को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा। साथ ही उन्होंने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, पेयजल मंत्री प्रकाश पंत एवं नोडल अधिकारी भूमि सर्वेक्षण से भी मुलाकात कर समस्याओं के निस्तारण की मांग की।
सीएम को सौंपे ज्ञापन में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि विकासखण्ड ऊखीमठ के अन्तर्गत मस्तूरा-दिलमी-करोखी मोटरमार्ग का निर्माण किया जाना था। यह मार्ग राज्य सेक्टर में स्वीकृत है, मगर मोटरमार्ग का कार्य बंद पड़ा है। मस्तूरा-दिलमी तक ही मार्ग का कार्य किया गया, लेकिन मार्ग को करोड़ी तक बनाया जाना है। मोटरमार्ग का कार्य बंद होने से क्षेत्रीय जनता और जनप्रतिनिधियों में आक्रोश बना हुआ है। इस संबंध में लोनिवि ऊखीमठ के अधिशासी अभियंता से बात करने पर पता चला कि करोड़ी तक निर्माण कराये जाने के लिए अवशेष भाग का आंगणन मुख्य अभियंता लोनिवि देहरादून को भेजा गया है। श्री भट्ट ने कहा कि मोटरमार्ग का निर्माण होने से क्षेत्रीय जनता को आवागमन में आसानी होगी। इसके अलावा श्री भट्ट ने त्यंूग बैण्ड-नेहरा-कुण्डलिया-पल्द्वाड़ी से सेमला-डुंग्रा-पठाली मोटरमार्ग निर्माण की मांग भी की। उन्होंने कहा कि दो दर्जन से अधिक ग्राम वासियों की वर्षों पुरानी मांग है कि त्यूंग-नेहरा-कुण्डलिया-पल्द्वाड़ी से सेमला-डुंग्रा-पठाली मोटरमार्ग का निर्माण किया जाय, क्योकि कुण्ड-ऊखीमठ मोटरमार्ग बरसात के समय कई बार बंद हो जाता है, जिससे जनता की परेशानियां बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि मोटरमार्ग का निर्माण किया जाय। मार्ग का निर्माण होने से दो दर्जन से अधिक गांव लाभान्वित होंगे और यात्रा भी सुचारू रूप से संचालित होगी। श्री भट्ट ने सीएम रावत से पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत ऊखीमठ-पैंज-करोखी मोटरमार्ग के द्वितीय चरण का कार्य शुरू करने और पूर्व निर्मित मार्ग को यातायात के लिए सुचारू करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि पीएमजीएसवाई द्वारा ऊखीमठ-पैंज-करोखी मोटरमार्ग का निर्माण किया गया है, मगर अभी तक मोटरमार्ग पर डामरीकरण का कार्य नहीं किया गया है, जिस कारण मार्ग पर आवागमन में दिक्कतें हो रही हैं। क्षेत्रीय जनता और जनप्रतिनिधियों द्वारा मार्ग के डामरीकरण के लिए लम्बे समय से संघर्ष भी किया जा रहा है। मार्ग पर डामरीकरण की भारी आवश्यकता है। मार्ग के द्वितीय चरण की डीपीआर पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग की ओर से मुख्य अभियंता उत्तराखण्ड को भेजी जा चुकी है, जिस पर अभी तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को सौंपे ज्ञापन में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि ऊखीमठ में पर्यटन विभाग द्वारा गढ़वाल मण्डल विकास निगम का पर्यटक आवास गृह का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन यह कार्य विगत तीन वर्ष से बंद पड़ा है। जिस कारण जो कार्य किया गया है वह भी वर्षा के कारण खराब हो रहा है और उसकी सामग्री भी बर्बाद हो रही है। पर्यटन की दृष्टि से ऊखीमठ जनपद का केन्द्र बिन्दु है और यहां पर यात्रा सीजन ही नहीं, बल्कि आॅफ सीजन में भी पर्यटक चोपता, दुगलबिट्टा सहित अन्य स्थानों पर घूमने के लिए आते हैं। लेकिन गढ़वाल मण्डल विकास निगम का पर्यटक गृह न होने के कारण पर्यटकों को काफी दिक्कतें होती हैं। साथ ही निगम को भी आर्थिक क्षति हो री है। गढ़वाल मण्डल विकास निगम का पर्यटक आवास गृह निर्मित होने से पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी और निगम की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने मामले में जांच करवाकर निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश देने की मांग की। पेयजल मंत्री को सौंपे ज्ञापन में श्री भट्ट ने कहा कि ग्राम दैड़ा में लगभग साढ़े तीन सौ लोग रहते हैं और गांव में पयेजल का कोई भी स्त्रोत न होने के कारण ग्रामीणों को पानी के लिए तीन से चार किमी दूर जाना पड़ता है। पानी की गंभीर समस्या होने से जनता काफी परेशान है। श्री भट्ट ने पानी की गंभीर समस्या को देखते हुए पेयजल लाइन के निर्माण को लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की। वहीं भूमि सर्वेक्षण के नोडल अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि मस्तूरा से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दैड़ा तक मोटरमार्ग की स्वीकृति प्रदान हुई है। मार्ग में वन भूमि आने के कारण वन भूमि हस्तान्तरण की कार्रवाई मार्ग की स्वीकृति के समय से लंबित होने से क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है। उन्होंने जनभावनाओं को देखते हुए वन भूमि हस्तान्तरण की कार्रवाई यथाशीघ्र करने की मांग की।