उत्तराखंड

बादल फटने से मची तबाही के बाद बच्चे ऐसे जा रहे हैं स्कूल

स्कूली बच्चों और आने जाने वालों के लिए परेशानी शुरू हो गई है।

चमोली  : पहाड़ की जिंदगी देखने में बेहद खूबसूरत लगती है। लेकिन यहां की परेशानियां भी ‘पहाड़’ जैसी ही हैं। दो दिन पहले उत्तराखंड के चमोली जिले में दो जगह बादल फटा। घाट के चुफलागाड़ क्षेत्र में बादल फटने से यहां झूला पुल संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे बच्चे कुछ इस तरह स्कूल जाने का मजबूर हैं।

आपदा के बाद से यहां स्कूली बच्चों और आने जाने वालों के लिए परेशानी शुरू हो गई है। अब लोग इस तरह अपने गंतव्य तक जा रहे हैं। सोमवार को चमोली के थराली और घाट ब्लॉक में बादल फटा था। घाट ब्लॉक के कुंडी गांव के शीर्ष भाग में बादल फटने से बरसाती नाले ने क्षेत्र में तबाही मचा दी थी। ग्रामीणों ने भारी बारिश में ही सुरक्षित स्थान की ओर भागकर अपनी जान बचाई थी। इस दौरान भागते हुए एक महिला और पुरुष गिरकर चोटिल हो गए थी।

घाट क्षेत्र में रविवार रात ग्यारह बजे से शुरू हुई बारिश मध्य रात में तेज हो गई थी और रात करीब ढाई बजे कुंडी गांव के पास बरसाती नाले में बादल फटने से कुंडी और मोख बगड़ गांव में अफरा-तफरी मच गई थी। ग्राम पंचायत मोख बगड़ में चार आवासीय मकान पूर्ण रुप से और तीन आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। पांच गोशालाएं पानी में बह गईं हैं। गोशाला में बंधी एक भैंस मलबे में दफन हो गई है।

कुंडी गांव में नौ गोशालाएं बह गईं है। यहां बंधी दो भैंस, छह बैल, दो गाय और दो बछड़े मलबे में दफन हो गए है। एक मकान भी पूर्ण रुप से क्षतिग्रस्त हो गया है। दोनों गांवों में पेयजल लाइनें और विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने से बिजली और पानी की आपूर्ति ठप पड़ गई है। गांव के पैदल रास्ते भी तहस-नहस हो गए हैं।

क्षेत्र को यातायात सुविधा से जोड़ने वाली धुर्मा-कुंडी-मोख सड़क के क्षतिग्रस्त होने से यहां वाहनों की आवाजाही भी ठप पड़ी है। घाट के तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ ने बताया कि मोख बगड़ और कुंडी गांव में प्रत्येक प्रभावित परिवार को तात्कालिक सहायता के रुप में 3800 रुपये दिए गए हैं। प्रभावित परिवारों के लिए क्षेत्र में टेंट उपलब्ध करा दिए गए हैं। जिला खाद्य पूर्ति विभाग की ओर से क्षेत्र में राशन भी भेज दिया गया है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top