सर्वोच्च न्यायालय भी बाल अधिकारों के प्रति सजग, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की बैठक
रुद्रप्रयाग। जिला बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड की संयुक्त बैठक विकास भवन में उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य वाचस्पति सेमवाल की अध्यक्षता में आहूत की गयी। बैठक का शुभारंभ करते हुए आयोग के सदस्य वाचस्पति सेमवाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस, बाल विकास विभाग, श्रम एवं नियोजन विभाग, समाज कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों की विभागवार बाल अधिकार संरक्षण आयोग से संबंधित कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। समीक्षा के दौरान श्री सेमवाल ने कहा कि आज केंद्र और राज्य सरकार के साथ ही सर्वोच्च न्यायालय बाल अधिकारों के प्रति सजग है, जिसके परिणाम स्वरुप ही बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तराखंड प्रत्येक स्तर पर बच्चों के अधिकारों के प्रति सजगता के साथ कार्यरत है। श्री सेमवाल ने कहा कि बच्चे ही हम सबका भविष्य हैं, इसलिए हम भी को बच्चों के अधिकारों के प्रति समर्पित रहना चाहिए। कहीं पर भी किसी भी स्तर पर बच्चों का शोषण कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती उषा सकलानी, जेजे बोर्ड के सदस्य नरेंद्र सिंह कंडारी, श्रीमती रंजना गैरोला ने भी विभागवार बैठकों में प्रतिभाग करते हुए जनपद की समस्याओं को अधिकारियों के सम्मुख रखा। इस मौके पर मुख्य शिक्षा अधिकारी सीएन काला, माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी एलएस दानू, पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर बुडोला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसके झा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बुडोला, जिला समाज कल्याण अधिकारी बीएस रावत, श्रीमती रोशनी रावत, सुषमा शाह सहित अन्य मौजूद थे।