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लावा ट्यूब में मिला सालों पुरानी हड्डियों का अंबार..

लावा ट्यूब में मिला सालों पुरानी हड्डियों का अंबार..

लावा ट्यूब में मिला सालों पुरानी हड्डियों का अंबार..

देश-विदेश: वैज्ञानिक रोज किसी न किसी तरह की चीजों को अध्ययन करते हैं और किसी नई चीज को पता लगाने की कोशिश करते हैं। या तो कोई नई प्रजाति ढूंढ निकालते हैं या फिर उन्हें कोई बेहद पुरानी चीज मिल जाती है जो अब तक दुनिया की नजरों से छिपी हुई होती है। ऐसे ही शोधकर्ताओं को उम्म जिरसन की लावा ट्यूब में हजारों हड्डियां मिलीं हैं, जिनमें जानवरों की हड्डियों के अलावा इंसानों की खोपड़ी के भी अवशेष शामिल हैं।

 

ये हड्डियां और अवशेष उत्तर-पश्चिमी सऊदी अरब में एक सूखी हुई लावा ट्यूब में मिले हैं। यहां जानवरों और इंसानों की हज़ारों हड्डियां पाई गईं, जिनके लिए विशेषज्ञों का कहना है कि हजारों सालों से हड्डियों को लकड़बग्घे इकट्ठा कर रहे थे। जानकारी के अनुसार आर्कियोलॉजिस्ट्स को उम्म जिरसन की लावा ट्यूब की खोज करते हुए हड्डियों का विशाल ढेर मिला, जिनका रेडियोकार्बन 7,000 वर्षों से अधिक समय का बताया जा रहा है। शोधकर्ताओं की टीम का कहना है कि धारीदार लकड़बग्घों ने हड्डियों का ये ढेर इकट्ठा किया है। इस ढेर में 40 अलग-अलग जानवरों की प्रजातियां शामिल हैं। इसमें घोड़े, गधे, ऊंट, बकरी, चिकारे और यहां तक ​​​​कि लकड़बग्घों के भी अवशेष शामिल हैं।

जानवरों के कंकालों के साथ मिलीं इंसानी खोपड़ी भी..

वैज्ञानिकों से मिली जानकारी के अनुसार जानवरों की हड्डियों के अलावा, इंसानों की खोपड़ी के अवशेष खोजे गए। जिससे आशंका जताई जा रही है कि लकड़बग्घे मांस के लिए इंसान के शव को कब्रों से खींच कर ले आए होंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि हजारों सालों से यह गुफा धारीदार लकड़बग्घों के लिए एक दावत का मैदान है। आपको इस बात की जानकारी दे दें कि लावा ट्यूब को पहली बार साल 2007 में खोजा गया था, लेकिन शोधकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने अंदर से गुर्राने की आवाज सुनी और गुफा में गहराई तक जाने से इनकार कर दिया। हालांकि, बाद में सऊदी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, किंग सऊद विश्वविद्यालय और जर्मन मैक्स प्लैंक संस्थान के वैज्ञानिकों ने इस गुफा में कक्षों की खोज की जिनमें हड्डियों की भरमार थी।

 

कई हड्डियों का किया गया अध्ययन..

आपको बता दें कि टीम ने ज्यादा गहराई में जाने का फैसला न कर आगे एक कक्ष की जांच की, जिसे वे ‘वुल्फ डेन’ कहते हैं, क्योंकि उसके अंदर बड़ी मात्रा में हड्डियां पाई जाती हैं। आगे की जांच के लिए हजारों हड्डियों में से कुल 1,917 हड्डियां और दांत एकत्र किए गए और जिनमें से 1,073 अवशेष खास कंकाल तत्व के लिए पहचाने गए। आपको यह बता दें कि रेडियोकार्बन डेटिंग के लिए लगभग 13 नमूनों का चयन किया गया, जिसमें दिखाया गया कि कुछ हड्डियां 6,839 वर्ष पुरानी थीं।

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