देहरादून: करणी सेना और उत्तराखंड क्षत्रीय महासंघ ने उत्तराखंड सरकार से फिल्म पद्मावत को बैन करने की अपील की। मंगलवार को प्रेस क्लब में हुई बातचीत में करणी सेना के राष्ट्रीय संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने फिल्म को इतिहास का मजाक बताया। कहा फिल्म प्रदर्शन पर रोक के अलावा कोई उपाय नहीं।
फिल्म पद्मावत को बैन करवाने का अनुरोध लेकर मंगलवार को करणी सेना ने उत्तराखंड का रूख किया। करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया उनकी मंगलवार सुबह ही सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी मुलाकात हुई है। मुख्यमंत्री रावत ने उनकी बात संवेदनशीलता के साथ सुनी है, अब उन्हें सरकार से सकारात्मक जवाब की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि देहरादून में महाराणा प्रताप के कई स्मारक हैं, इससे स्थानीय लोगों में महाराणा प्रताप के प्रति लगाव की झलक मिलती है। इसलिए राजपूत राजाओं का अपमान करने वाली फिल्म उत्तराखंड में भी प्रतिबंधित होनी चाहिए। लोकेंद्र के अनुसार फिल्म में भारतीय इतिहास का मजाक बनाया गया है। उन्होंने कहा कि फिल्मों में हमेशा राजपूतों को क्रूर-अन्यायी और हिंसा का पक्षधर दर्शया जाता है जबकि ऐसा है नहीं। लोकेंद्र ने कहा अभी तक आठ राज्य फिल्म की रिलीज को रिलीज ना करने पर सहमति दे चुके हैं।
बावजूद इसके देश में कहीं भी फिल्म को रिलीज किया गया तो देश की जनता और राजपूत संगठन इसका पूरा विरोध करेंगे। उन्होंने कहा सरकार राजपूतों के अनु़शासन की परीक्षा ना ले । इस मौके पर उत्तराखंड क्षत्रीय महासंघ के अध्यक्ष आरएस राघव, महासचिव रवि सिंह नेगी, संयोजक रतन सिंह, संरक्षक कर्नल नवरतन सिंह, कोषाध्यक्ष सुभाष चौहान, आदित्य चौहान, धर्मपाल सिंह, सचिन, सुभाष, पवन समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।