हल्द्वानी: ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे के काठगोदाम स्थित घर पर उसकी मौत की खबर पहुंचते ही वहां चीख पुकार मच गई। पूरा परिवार बेसुध हो गया। आसपास के लोग भी उनका दर्द बांटने को पहुंच गए। व्यापारी की मौत के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
मां देवकी बार-बार बेटे का नाम लेकर बेसुध सी हो जाती। आंखों में आंसू लेकर बेटे को याद करते हुए बार-बार यही कह रही थी कि घर का सबसे बड़ा सहारा चला गया। पिता दयाकिशन और भाई ललित घर के कोने में खड़े होकर सुबक रहे थे। वहीं पत्नी कमला को अब भी पति के दुनिया से विदा होने पर विश्वास नहीं हो रहा था। बेटा मोहित और बेटी भूमि के चेहरे पर नजर पड़ते ही वहां खड़े लोग भी अपने आंसू नहीं रोक सके। प्रकाश मां रह-रहकर एक ही बात कह रही थी कि मैने और मेरे बेटे ने आज तक किसी का बूरा नहीं किया। लेकिन भगवान ने उनके परिवार के साथ ऐसा क्यों किया।