एसटीपी के कार्यों में गुणवत्ता बरतने के निर्देश , नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत घाट निर्माण
रुद्रप्रयाग। नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत घाट निर्माण एवं एसटीपी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से गदेरों, नालों के पानी को ट्रीट करने और गदेरे, नाली के गन्दे पानी को सीधे नदी में डाले जाने से रोकने को लेकर जिला कार्यालय सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जल निगम श्रीनगर से आए हुए सहायक अभियंता प्रेम कुमार को निर्देशित किया कि परियोजना के अन्तर्गत रुद्रप्रयाग शहर में छः स्थानों पर लगाए जा रहे एसटीपी कार्य के बाद किसी भी गदेरा, घरों का गन्दा पानी सीधा नदी में नहीं गिरना चाहिए। इसके लिए एसडीएम सदर, नगरपालिका व जल निगम श्रीनगर को सयुंक्त निरीक्षण करने को कहा। कहा कि यदि कोई ऐसा स्थल मिलता है तो उन स्थानों पर नाली निर्माण की जाय, तत्पश्चात एसटीपी पाइप से निकासी की जाए।
शहर में अनूप नेगी स्कूल, रूद्रा काम्पलेक्स, पुनाड गदेरा, कूर्माचल बैंक आदि स्थल पर जल निगम श्रीनगर द्वारा नमांमि गंगे के अन्तर्गत सीवर ट्रीटमेन्ट प्लांट का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही सिचांई विभाग द्वारा कोटेश्वर मंदिर में स्नान घाट व घोेलतीर में अंतिम संस्कार हेतु घाट निर्माण का कार्य किया जा रहा है। घोलतीर में कार्य प्रगति न्यून होने पर जिलाधिकारी ने संबधित ठेकेदार को हटाने की अग्रिम कारवाई के लिए विभाग के निदेशक को पत्र लिखे जाने की बात कही, जिससे कार्य ससमय पूरा हो सके।