एनजीओ के कार्यों का आॅटिड कराने के निर्देश , सात गैर सरकारी संस्थाओं के अनुपस्थिति पर मांगा स्पष्टीकरण आजीविका संवर्द्धन की बैठक
रुद्रप्रयाग। आजीविका संवर्द्धन की बैठक में सात गैर सरकारी संस्थाओं के अनुपस्थित होने पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने मुख्य विकास अधिकारी को संस्थाआंे से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये। साथ ही एनजीओ के कार्यो का आॅडिट भी कराने को भी कहा। कहा कि गैर जिम्मेदार संस्थाओं को जनपद में कार्य नहीं करने दिया जायेगा, जो मात्र खानापूर्ति का कार्य कर रही है।
विकास भवन सभागार में विभागीय अधिकारी एवं एनजीओ की आजीविका संवर्द्धन की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने पाॅवर प्वाइंट प्रजंेटेशन के माध्यम से कार्यो को देखा। इस दौरान एनजीओ को चिन्हित कृषकों को कृषि विज्ञान जाखधार से प्रशिक्षण कराने, आगामी माह में मटर की खेती करने, हयूमन इण्डिया संस्थान और भेषज संघ को मिलकर डांगी-भरदार में मेडिसनल प्लांट कुटगी की खेती करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही रुद्रप्रयाग व नाला में मशरूम की खेती कर रहे कृषकों को पचास प्रतिशत राज सहायता में स्पाॅन उपलब्ध हो जायेगा, जिससे लोगों को बाहर के चक्कर नहीं काटने हांेगें। आरसेटी द्वारा 180 कृषकों को दी गई मशरूम प्रशिक्षण की सूची जिला उद्यान अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कहा कि कृषकों केे लिए माह अगस्त में रिलायंस फाउण्डेशन द्वारा वर्कशाप का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में जिलाधिकारी ने एनजीओ को स्पष्ट निर्देश दिये कि उनका कार्य ही लोगों को आजीविका प्रदान करना है।
इसके लिए तत्परता व ईमानदारी से कार्य करना होगा। इसके साथ ही एनजीओ से जुडे़ स्वयं सहायता समूह को लाभ का उचित लाभांश भी मिलना चाहिए। ये न हो कि एनजीओ का लाभ केन्द्रित रहे। इस अवसर पर रिलायंस फाउण्डेशन, हयूमन इण्डिया, एटीआई संस्थाओं द्वारा अपने कार्यो की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एनएस रावत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ रमेश नितवाल, जिला विकास अधिकारी एनएस गुंज्याल, परियोजना अर्थशास्त्री एमएस नेगी, केवीएस के एसएस वर्मा सहित सम्बन्धित अधिकारी व एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।